समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 3जुलाई। यूपी के नए डीजीपी के रूप में मुकुल गोयल ने पदभार संभाल लिया है। मुकुल गोयल के पदभार संभालते ही भाजपा विरोधी पार्टियों की प्रतिक्रिया भी आनी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नए डीजीपी का बिना नाम लिए ट्वीट कर लिखा कि आशा है उप्र में पुलिस का नया नेतृत्व अपनी प्रतिबद्धता जनता के प्रति दिखाएगा और अब तक के भाजपा काल में पुलिस के द्वारा जिस प्रकार की नाइंसाफ़ी आम जनता तथा विपक्ष के खिलाफ झूठे मुकदमों के रूप में हुई है, उस प्रथा को खत्म करेगा. उन्होंने कहा कि पुलिस जनता के विश्वास का प्रतीक होनी चाहिए।
बता दें कि शुक्रवार को डीजीपी मुकुल गोयल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पांच साल बाद लखनऊ आया हूं।आप सबका सपोर्ट चाहिए। पूरे पुलिस विभाग की मदद से कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाएंगे. क्राइम कंट्रोल किए बगैर जनता की मदद से संभव नहीं है. पुलिस को और संवेदनशील बनकर जनता के पास जाना होगा. कई बार छोटे अपराधों में संवेदनशील न होने के चलते मामला बड़ा हो जाता है। मैं चाहूंगा मेरे अफसर फील्ड में जाएं। कानून व्यवस्था को बनाए रखना चुनौती है लेकिन हम और मेरी टीम कर लेगी।
टेक्नोलॉजी का उपयोग हम पुलिसिंग के लिए करेंगे। डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा कि बिकरू कांड कुछ छोटी गलतियों की वज़ह से हुआ था. सबको सुरक्षा का एहसास दिलाना ही पुलिस की प्राथमिकता और हमें इस पर खरा उतरना होगा। बिकरू कांड पर नए डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा कि मामले को अगर ठीक से हैंडल किया गया होता तो शायद इतनी बड़ी घटना को होने से रोका जा सकता था। वहीं अवैध धर्मांतरण पर उन्होंनें कहा कि मामले से जुड़ी सभी जानकारियां वह ले रहे हैं। जो भी इस मामले में दोषी होगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा. इससे पहले मुकुल गोयल एयरपोर्ट से सीधे अपनी पत्नी के साथ हनुमान सेतु मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा अर्चना की।