बेतहाशा बढती महंगाई के खिलाफ माकपा ने भरी हुंकार, विभिन्न माँगो को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा ज्ञापन

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समग्र समाचार सेवा
इटावा,1जुलाई। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने महंगाई के खिलाफ 15 दिनी अभियान चलाकर हंगामी प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में डीजल-पैट्रोल रसोई गैस के दाम आधे करने, आवश्यक वस्तुओें व दवाईयों के दाम बांधने, कालाबाजरी पर कडाई से रोक लगाने तथा गैर-आयकरदाता परिवारों को 6 माह तक 7500 रू0 मासिक नगदी, सभी को 10 किलो अनाज के साथ खाने का तेल, दालें, चीनी आदि भोजन किट फ्री देने, उ0प्र0 सरकार असंगठित क्षेत्र के सभी मजदूरों, रिक्शा, आटो चालकों, घरेलू कामगारों, गरीब दस्तकारों आदि को 1000 रू0 मासिक सहायता, मनरेगा में 200 दिन काम 600 रू0 मजदूरी, काेिवड व गैर कोविड सभी बीमारो को ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में पर्याप्त इलाज सुनिश्चित करने आदि मांगो को उठाया गया।
माकपा नेता मुकुटसिंह ने बतौर मुख्यवक्ता कहा कि, सभी व्यक्तिओं के सक्रिय और स्वस्थ जीवन के लिए उपयुक्त भोजन की गारंटी सरकारों की जिम्मेदारी है, किंतु मोदी-योगी सरकारें देश की जनता की नहीं देशी-विदेशी कारपोरेटस की हितैषी है। जहाँ जनता कमरतोड महंगाई से त्रस्त है, वहीं अडानी-अम्बानी जैसे बडे पूंजीपति मालामल हो रहे है।
मुकुटसिंह ने कहा कि, कोरोना महामारी के दौरान पेट्रोपदार्थो, आवश्यक वस्तुओ व दवाओ आदि के दामो में बेतहाशा वृद्वि से देश की अर्थव्यवस्था गहरी मंदी, बेरोजगारी, क्रयशक्ति में भारी गिरावट का शिकार हुयी है। जनता भूख का सामना कर रही है। वैश्वीकरण की सत्यानाशी नीतियां काले कृषि कानून जनता के गले का फंदा है। मोदी-योगी सरकारें जनतांत्रिक अधिकारों को कुचल रही है। जनता को मुददों से भटकाकर साम्प्रदायिकता के आधार पर जनता को बांटने की एकबार फिर कोशिश में है। एकजुट संघर्षो से ही महंगाई जैसे राक्षस को पछाडा जा सकता है।
माकपा जिलामंत्री एनआर यादव ने बताया कि 15 दिनों के अभियान के दौरान हमने जिले में देखा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खासकर गरीब, भूमिहीनो छोटे किसानों की भारी दुर्दशा है, सरकारी योजनाओ में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और नौकरशाही बेलगाम है। किसान सभा के जिलामंत्री संतोष शाक्य ने गेहूं किसानो की लूट सहित अन्य मांगो का उठाया। माकपा शहर मंत्री प्रेमशंकरयादव ने बताया कि शहर में गरीब असंगठित क्षेत्र के मजदूर, दस्तकार, रिक्शा, आटो चालक, बुनकर, मजदूर छोटा दुकानदार भुखमरी का शिकार है।
सभा को विश्रामसिंहयादव, नरेन्द्रशाक्य, विश्रामसिंहवैध, इंद्रपालयादव, रामविजय, निजामुददीनअंसारी, राजेन्द्रसिंहयादव, संतोषराजपूत, रामवरनयादव आदि ने भी सम्बंोधित किया। सकटनरायणसविता, प्रेमशंकरसविता, निजामुददीन ने क्रांतिकारी गीत पढें। अध्यक्षता रामप्रकाशपोरवाल और संचालन अमरसिंहशाक्य ने किया। अम्बेडकर चैराहा पंहुचकर सिटी मजिस्ट्रेट ने ज्ञापन ग्रहण किया।

 

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