योगी के राज्य में भी मुसलमानों ने हिंदू की बारात रोकी
150 हिंदू परिवार गाव छोड़ेंगे/ हिन्दुओं की बरात कभी नहीं निकलेगी
आचार्य श्री विष्णु गुप्त
योगी आदित्यनाथ के राज्य में भी हिंदुओं की बारात नहीं निकलेगी, हिंदुओं की बारात निकलने पर मुसलमान हिंसा फैलाएंगे, हिंदुओं का कत्लेआम करेंगे, उनकी बहू बेटियों को उठा के ले जाएंगे, यह सिर्फ धमकी नहीं है बल्कि ऐसा कर के मुसलमानों ने दिखाया है।
घटना उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के नूरपुर गांव की है, जहां पर हिंदुओं की जान पर आफत आई है। हिंदू दलित की बारात सरेआम रोक दी गई, बारात नहीं निकलने दी गई, कहा यह गया कि हिंदुओं की बारात से इस्लाम की तौहीन होती है, इस्लाम का अपमान होता है, बारात निकालना गैर इस्लामी है, इतना ही नहीं बल्कि बारात निकालने पर अडे हिंदुओं को जान से मारने की धमकी दी गई। हथियारों से लैस मुस्लिमों की भीड़ बारात के सामने खड़ी हो गई, हार कर हिंदू दलित की बारात नहीं निकली।
नूरपुर गांव एक मुस्लिम बहुल गांव है, जहां की आबादी 1200 घर से ऊपर है। करीब 900 घर मुस्लिमों का है, जबकि डेढ़ सौ घर हिंदुओं का है। अधिकतर हिंदू दलित वर्ग से आते हैं, जिनकी स्थिति काफी दयनीय है। मुसलमानों के सामने इनकी हमेशा तौहीन होती है, इन्हें मुसलमानों के सामने दोयम दर्जे के नागरिक के रूप में रहना पड़ता है, अपमान भी बार बार झेलना पड़ता है।
मुसलमानों का साफ कहना है कि गांव में अगर रहना है तो इस्लाम स्वीकार करना ही होगा, इस्लाम स्वीकार नहीं करोगे तो फिर जान की आफत आएगी और हिंदू कर्मकांड करने से वंचित रहोगे। कई बार इसकी शिकायतें प्रशासन से हुई है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ, प्रशासन भी मुसलमानों की जिहादी मानसिकता के खिलाफ कार्रवाई करने से डरता है।
जब यह प्रश्न मीडिया में उठा तब मुस्लिम संगठनों ने भी जिहादी मानसिकता को अपना लिया।AIMIM के नेता सैयद नजीब अली का कहना है कि नूरपुर गांव मुस्लिमों का है, यहां हिंदुओं का रहना गैर इस्लामी है, यहां पर नमाज तो अदा की जाएगी पर बारात नहीं निकलेगी, किसी भी सरकार या संगठन की औकात नहीं है कि हिंदुओं की बारात निकालकर नूरपुर गांव में दिखाएं, नजीब अली ने योगी सरकार को भी सीधे चेतावनी दी है कि इस मामले में पडेंगे तो उन्हें भी हानि होगी, मुसलमान किसी के सामने झुकेंगे नहीं, हिंदुओं का कर्मकांड बंद करा कर के ही रहेंगे।
ऐसी घटनाएं हिंदुओं और हिंदुओं की ऐसी प्रताड़ना तो हम गैर भाजपा राज्यों में देख रहे थे, ममता बनर्जी, जगन मोहन रेड्डी और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार में हिंदुओं के कर्मकांड को रोका जा रहा है, प्रशासन जिहादियों के पक्ष में काम कर रहा है, सरकार भी जिहादियों के पक्ष में है।
लेकिन अब हिंदुओं के कर्मकांड पर जिहादियों का प्रतिबंध भाजपा राज्यों में भी शुरू हो गया है। योगी आदित्यनाथ का राज आइडियल हिंदुत्व राज्य के रूप में देखा जा रहा था पर नूरपुर की घटना योगी आदित्यनाथ की सरकार के लिए कलंक है, हिंदुओं की भावना और समर्पण का मान योगी सरकार ने अभी तक नूरपुर में नहीं दिखाया, इसलिए नूरपुर की हिंदू जनता के लिए योगी आदित्यनाथ भी मायावती और अखिलेश यादव जैसा नूरपुर के हिंदुओं के सामने अब सिर्फ दो ही विकल्प बचे हैं, एक विकल्प यह है कि हिंदू 150 परिवारों हिंदू मुसलमान बन जाये या फिर गांव छोड़कर पलायन कर जाएं। अधिकतर हिंदू जो संपन्न हैं, कहीं और जाकर बसने के लिए सक्षम है वे गांव छोड़ने के लिए तैयार हैं। गरीब हिंदू की अपनी संपत्ति बेचकर भागने के लिए तैयार हैं, ऐसा करना उनकी मजबूरी है। अगर पलायन नहीं करेंगे तो फिर मुसलमान उन्हें जिंदा नहीं रहने देंगे। हिन्दुओं ने अपने घरों में मकान बिकाऊ है का बोर्ड लगा दिया है।
नूरपुर की घटना हिंदुओं के लिए अपने ही देश में खतरे की घंटी के समान है, नूरपुर जैसी घटना अब तो देश के कोने कोने में घटने लगी है, हिंदुओं के पक्ष में ना तो सरकार होती है ना पुलिस होती है ना प्रशासन होता है । मीडिया भी ऐसी खबरों को दबा देता है। आज हिंदू नूरपुर से भागेगे, कल पूरे देश से खदेड़े जाएंगे। नूरपुर की घटना देश के कोने कोने में घटेगी।हिंदू जातियों में विभाजित है, उनके बीच एकता नहीं है।
हिंदू सावधान।