समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 1जून। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में और मजबूती आने के कारण सरकारी तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने मंगलवार को ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी की है। लंबे समय के बाद लगातार दूसरे दिन पेट्रोल और डीजल दोनों की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है।
ओएमसी ने पेट्रोल की कीमत में लगभग 26 पैसे और डीजल 23 पैसे महंगा किया है।
आज की बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.49 रुपये प्रति लीटर और इतनी ही मात्रा में डीजल 85.38 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है. मुंबई में पेट्रोल की कीमत 101 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच रही है जबकि डीजल की कीमत 92.69 रुपये प्रति लीटर है.
पेट्रोल की कीमत अब ज्यादातर जिलों में 90 रुपये प्रति लीटर ज्यादा भाव पर मिल रहा है, और कुछ जगहों पर यह 100 रुपये प्रति लीटर को भी पार कर गई है. पेट्रोल के लिए सबसे अधिक खुदरा मूल्य वर्तमान में श्री गंगानगर में है जहां एक लीटर की कीमत लगभग 105 प्रति लीटर है.
वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में समेकन मूल्य वृद्धि की लंबी अवधि का कारण बन सकता है, अंततः चल रहे कोविड -19 महामारी के दौरान अंतिम ग्राहक को नुकसान पहुंचा सकता है.
हालांकि ईंधन पर उच्च कराधान केंद्र और राज्य सरकार के लिए राजस्व का एक अच्छा स्रोत है, लेकिन बढ़ती कीमतें आर्थिक सुधार की गति को पटरी से उतार सकती हैं क्योंकि परिणामस्वरूप अन्य वस्तुओं की मांग गिर जाएगी।
गौरतलब है कि भारत दुनिया में पेट्रोल और डीजल पर सबसे ज्यादा टैक्स लगाता है. एक लीटर पेट्रोल के लिए, कीमत का 60 प्रतिशत कर शामिल है जबकि डीजल के मामले में यह 54 प्रतिशत है। कई नागरिक फिर से ईंधन पर एकत्रित करों में कमी की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार के जल्द ही इस तरह का कदम उठाने की संभावना नहीं है।