समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 31मई। सोमवार का दिन भोलेनाथ को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव की अराधना की जाती है। माना जाता है कि इस जगत की रचना करने वाले भगवान शिव ही हैं।
भोलेशंकर भगवान शिव को परम दयालु माना जाता है। इसी वजह से उन्हें भोलेशंकर भी कहा जाता है. शिव को मृत्यु पर विजय प्राप्त करने वाला भी कहा जाता है। इस कारण उनका एक नाम मृत्युंजय महाकाल भी है।
पूजा विधि– इस दिन सुबह उठकर आप भगवान शिव के दर्शन कर शिव चालीसा या शिवाष्टक का पाठ कर सकते हैं।
भोलेनाथ को चंदन, अक्षत, बिल्व पत्र, धतूरा या आंकड़े के फूल, दूध, गंगाजल चढ़ाएं। इन्हें चढ़ाने से भगवान शंकर जल्दी प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं।
भगवान शिव को अर्पित करें यें विशेष चीजें-
सोमवार के दिन भोलेनाथ को चंदन, अक्षत, बिल्व पत्र, धतूरा या आंकड़े के फूल, दूध, गंगाजल चढ़ाएं. इन्हें चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं
सोमवार के दिन शिव जी को घी, शक्कर, गेंहू के आटे से बने प्रसाद का भोग लगाना चाहिए. इसके बाद धूप, दीप से आरती करके सभी को प्रसाद दें.
सोमवार के दिन शिवजी के महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें. इससे भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
सोमवार के दिन शिवलिंग पर गाय का कच्चा दूध चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा आप पर हमेशा बनी रहेगी।