आदि शंकराचार्य भगवान का प्राकट्य महोत्सव वैशाख शुक्ल पंचमी को आनन्द वाहिनी दिल्ली विश्वविद्यालय शाखा के तत्वाधान में हुआ आयोजित
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27मई। पूज्य पाद श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य गोवर्द्धन पुरीपीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानन्द महाराज जी के आशीर्वाद से एवं उनके निजी सचिव स्वामी जी के मार्गदर्शन से आदि शंकराचार्य भगवान का प्राकट्य महोत्सव , सोमवार वैशाख शुक्ल पंचमी दिनाँक 17 मई 2021 को वेबीनार के माध्यम से पीठ परिषद , आदित्य वाहिनी , आनन्द वाहिनी दिल्ली विश्वविद्यालय शाखा के तत्वाधान में आयोजित किया गया । जिसमें देश-विदेश के वैज्ञानिक एवं शिक्षाविद एकमत से भाव प्रकट किए कि आज भारत ही नहीं दुनिया में पुरी पीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानन्द सरस्वती महाराज के नेतृत्व में ही भारत हिंदू राष्ट्र हो सकता है एवं वैदिक परंपरा से शासन हो सकता है। जिससे विश्व में शांति होगी एवं मानवता का कल्याण होगा ।
आशुतोष पाण्डेय जी के द्वारा वैदिक मङ्गलाचरण से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । महाराज श्री के परिकर एवं आदित्य वाहिनी के संयोजक श्री ऋषिकेश ब्रह्मचारी जी ने वैशाख मास महात्त्मय एवं आदि शंकराचार्य जी की सार्वभौमिकता के महत्व पर प्रकाश डाला ।
यूके से वैज्ञानिक श्री दिवाकर शुक्ल ने अपने विचार रखते हुए भाव प्रकट करते हुए कहा कि जिस दिन से पुरीपीठाधीश्वर जी का सानिध्य उन्हें मिला उनका पूरा भ्रम दूर हो गया। लोगों को इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है सिर्फ शंकराचार्य जी के अभियान को आगे बढ़ाना है । कनाडा से वैज्ञानिक डॉक्टर आजाद कोशिक जी ने सनातन मान बिंदुओं के रक्षा के लिए महाराज जी द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की एवं निज-समर्पण का भाव व्यक्त किया । यू॰एस॰ए॰ से रक्षा विशेषज्ञ श्री पवन राय ने लोगों से आग्रह किया कि पुरी शंकराचार्य जी के प्रवचन को सुनें और चिंतन ,मनन करें ।
दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ रजनीश अवस्थी जी ने कहा कि आदि शंकराचार्य भगवान का प्राकट्य ईसा से 507 वर्ष पूर्व हुआ लेकिन दुख की बात है आज भी कुछ लोगों के द्वारा उनके जन्मकाल को लेकर भ्रामक प्रचार करने का प्रयास किया जा रहा है।
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री प्रमोद शर्मा जी ने अपने वक्तव्य में लोगों से आह्वान किया कि आदि शंकराचार्य के पद चिन्हों पर चलने वाले एकमात्र पुरी पीठाधीश्वर महाराज जी पर आस्था दिखाते हुए अपना भाव सदृढ़ रखें ।
डॉ कुमोद वर्मा जी ने महाराज जी के अभियान को आगे बढ़ाने के लिए कटिबद्धता दिखाई । श्री प्रणव मिश्रा जी , श्रीमती डॉक्टर मृदुला पंडित जी ,श्री डीडी बोहरा जी एवं श्री भोला झा जी ने भी अपने विचार व्यक्त किए । दिल्ली प्रदेश पीठ परिषद के संयोजक श्री अश्विनी मलिक जी ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाई एवं अपने विचार भी व्यक्त किये ।
महाराज श्री के कार्यक्रम प्रभारी श्री प्रेम चंद्र झा जी ने धन्यवाद देते हुए आह्वान क्या कि सभी विश्वविद्यालय के छात्रों में सनातन मान-बिंदुओं के पति जागरूकता लाना एवं छात्रों के बीच भारतीय परम्परा को पुनः स्थापित करने के लिए संगठन पर बल दिया । दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र श्री हर्षित मिश्रा जी ने कार्यक्रम का संचालन बड़ी दक्षतापूर्वक किया एवं भविष्य में भी इस प्रकारके कार्यक्रम करने की दिल्लीविश्वविद्यालय के छात्रों की ओर से ।