हरीश रावत के सुझाव सकारात्मक और कांग्रेस के लिए नसीहत : मदन कौशिक

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समग्र समाचार सेवा,
देहरादून, 22 मई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कौशिक ने कहा कि पूर्व सीएम और काँग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के सुझाव हमेशा सकारात्मक होते हैं,लेकिन उनकी नसीहत को कांग्रेस अमल में नहीं लेती। कांग्रेस नेता श्री रावत के सुझाव और उनके व्यक्तित्व से लगता है । वह हमेशा सकारात्मक राजनीति करते है और कांग्रेसियो को उनसे सीख लेनी चाहिए। कांग्रेस उनसे सीख लेने को तैयार ही नही है।
श्री कौशिक ने कहा कि जहां तक भाजपा संगठन के द्वारा किये जा रहे कार्यों का सवाल है तो भाजपा शुरू से सेवा कार्यों में जुटी हैं,जबकि कांग्रेस भाजपा की प्रेरणा से मैदान में उतरी।

भाजपा ने जब कांग्रेस को जनता के बीच में आने को कहा तो उसे तब यह अहसास हुआ कि जनता के बीच जाना जरुरी है और कांग्रेस के कुछ लोग कार्य करते दिख रहे हैं, लेकिन सेवा कार्यों के बजाय व्यव्यस्था में मीन मेख निकालने वाले और बयानबाजी करने वाले उनकी मेहनत पर भी पानी फेर रहे हैं।
भाजपा ने प्रदेश भर में जिले स्तर पर कन्ट्रोल रूम बनाए है जो बूथ लेबल तक जुड़े है। इन केन्द्रो में आने वाली फोन कॉल के जरिये कर्यकर्ता लोगों की समस्याओ को सुनकर राहत कार्यो में जुटे हैं। प्रदेश की सभी विधान सभाओं में ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित हो रहे हैं जिससे किसी भी जरुरतमन्द को खून की कमी न हो। आक्सिजन से लेकर सेनिटाइजर, मास्क आदि वार्ड स्तर पर घर घर तक वितरित किया जा रहा है। राशन किट और पका भोजन भी जरुरतमन्दो को वितरित किया जा रहा है। महिला मोर्चा के द्वारा सामुदायिक किचन भी चलायी जा रही है।

उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रो में कोरोना से बचाव के लिए भाजपा के सातों मोर्चे लगे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर कार्यकर्ता दिन रात जुटे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी काम कम और बखान ज्यादा कर रहे हैं। जनता और जरुरतमन्द यह अच्छी तरह जानते हैं कि कौन मैदान में है और कौन महज बात कर रहा है।

श्री कौशिक ने कहा कि उन्होंने बेहतर काम करने वालों की पीठ भी थपथपाई है, लेकिन महज मीन मेख निकालने वालोंं को चेताया भी है। यह समय श्रेय लेने और किसने क्या और कितना किया इसे लेकर आकलन का नहीं है।इस समय कोरोना से लड़ने के लिए एकजुट होने का समय है। मुख्यमंत्री ने दूसरी लहर की शुरुआत में ही सर्वदलीय बैठक बुलाकर स्पस्ट कर दिया था कि कोरोना की लड़ाई सामूहिक रूप से लड़नी है, लेकिन विपक्ष के इरादे सहयोग के बजाय नकारात्म्क राजनीति की है जो कि अच्छा नही है। वह अक्सर कहते रहे हैं कि यह समय राजनीति और आरोप प्रत्यारोप का नही,बल्कि मिलजुलकर जरुरतमन्दो की मदद और कोरोना से हराने का है।

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