मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं- आचार्य लोकेश
करोलबाग आचार्य लोकेश आश्रम के आसपास अब कोई भूखा नहीं सोएगा
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली ,12मई । दिल्ली में कोरोना महामारी की दूसरी मारक लहर व लगातार तीन सप्ताह से लॉक डाउन से रोज़ कमाने व खाने वालों के सामने पेट की भूख बुझाने का भी संकट खड़ा कर दिया है ऐसे समय में अनेक संस्थाएँ मदद के लिए आगे आ रही हैं इसी क्रम में अहिंसा विश्व भारती संस्था ने क़रोल बाग़ मेट्रो स्टेशन स्थित आचार्य लोकेश आश्रम के आसपास ज़रूरतमंद लोगों के लिए भरपेट भोजन योजना का शुभारंभ किया है जिससे कि कोई भी ज़रूरतमंद व्यक्ति भूखा न सोए।
इसके लिए संस्था ने केवल इस कार्य के लिए एक फ़ूड सप्लाई वेन भी ख़रीदी है। इससे पूर्व संस्था ने ओल्ड राजेंद्र नगर, न्यू राजेंद्र नगर शंकर रोड आदि एरिया में घर में कोरोनटाइन मरीज़ों व परिजनों को घर घर भोजन उपलब्ध कराने का भी सफल कार्यक्रम चलाया था।
अहिंसा विश्व भारती संस्था के संस्थापक जैनाचार्य डॉ लोकेशजी के मंगलपाठ व आशीर्वचन के साथ आज भरपेट भोजन योजना का शुभारम्भ हुआ इस अवसर पर आचार्य लोकेशजी ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। मानव सेवा ही माधव सेवा है। उन्होंने कहा कि मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है।उन्होंने कहा कि हम लोग यह कार्य दान, पुण्य या धर्म मानकर नहीं बल्कि सामाजिक सरोकार के तहत अपना कर्तव्य, दायित्व व फ़र्ज़ समझकर कर रहे हैं।
आचार्य लोकेशजी ने कहा कि मौजूदा विषम परिस्थितियों में यह बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य है जिसे लम्बे समय तक चलाने की ज़रूरत रहेगी यह इतना बड़ा कार्य है कि इसके लिए सभी को आगे आने की ज़रूरत है।आचार्य लोकेशजी ने कहा कि यह योजना केवल कोरोना काल तक नहीं बल्कि जब तक इसकी ज़रूरत महसूस होगी सदैव चलती रहेगी।