वर्किंग जनर्लिस्ट ऑफ इण्डियां नें केंद्र सरकार सें पत्रकारों को कोरोना वारियर मानकर प्राथमिकता देने के लिए की अपील
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 9अप्रैल। वर्किंग जनर्लिस्ट ऑफ इण्डिया ने अवगत कराया कि उन्होनें देशभर के पत्रकार को कोरोना वारियर मानने के लिए 8 मई, 2021 को एकबार फिर से एक गुजारिशी पत्र केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन जी को भेजा है । ठीक ये ही पत्र हमने 25 नवंबर , 2020 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को भेजा था । तब उनकी तरफ से कोई जवाब तक नही आया था। हमने पहले भी मांग की थी , केंद्र सरकार प्राथमिकता के आधार पर पत्रकरो को फ्रंटलाइन वर्कर मानकर , उन्हें कोरोना की वैक्सीन लगावाये।
जब पहले हमने ये पत्र दिया था, तो कोरोना की वैक्सीन अभी आयी ही थी। हमे पता था, अपनी जिम्मेदारियों को लेकर जिस तरह से पत्रकार सड़को पर रहेंगे, तो हो सकता है कि उनमें से कोई भी उसका शिकार हो सकता है। और जिसकी हमे आशंका थी, वही हुआ। देशभर में पत्रकार कोरोना की महामारी की शिकार होकर शहीद होने लगे। देश के मंत्री व नेतागण उनके लिये कुछ करने के बजाए सिर्फ श्रंद्धाजलियो के ट्वीट करने तक ही सीमित रहे। बस देशभर में पत्रकारों के कई संगठनों ने अपने अपने राज्यो में पत्रकारो को फ्रंट लाइन वर्कर मानने व उन्हें प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगाने की मांग की तो कई राज्यो की सरकारों ने पत्रकारों की मांगों को स्वीकार किया। इसी तरह से अब दिल्ली की केजरीवाल सरकार भी कुछ गंभीर हुई है। अब वह भी मीडियाकर्मियों को कोरोना का टीका लगाने की तैयारी कर रही है। पर सवाल ये है कि क्या ये केंद्र सरकार की जिम्मेदारी नही थी? आखिर कितने पत्रकारों की कोरोना से शहादत के बाद केंद्र सरकार को लगेगा कि पत्रकार भी कोरोना वारियर है और उसे भी प्राथमिकता के आधार पर कोरोना की वैक्सीन लगनी चाहिये थी?