समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 9मई। कोरोना वायरस दूसरी लहर थमी नहीं थी कि अब तीसरी लहर की चेतावनी भी आने लगी है। दुनियाभर के एक्सपर्ट्स और वैज्ञानिक कोरोना के नए वैरिएंट्स का सामना करने के लिए तैयार है और उनका कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर का शिकार बच्चे बन सकते हैं। साल 2020 में कोरोना की पहली लहर में 50 साल से ऊपर के लोग इस संक्रमण का शिकार हुआ थे।2021 में दूसरी लहर में 31 से 50 साल की उम्र के लोग इस संक्रमण का शिकार हुआ है, ऐसे में तीसरी लहर बच्चों को संक्रमित कर सकती है। तीसरी लहर में 6 से 12 साल के बच्चों को खतरा हो सकता है। बच्चों में हल्के लक्षण भी दिखे तो उन्हें नजरअंदाज ना करें।
डॉक्टर्स का कहना है कि संक्रमित बच्चों को हल्का बुखार, खांसी और जुकाम जैसी समस्याएं दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर की सलाह पर ही बच्चों को दवाइयां दें।
अगर बच्चो को कोरोना की तीसरी लहर से बचाना है तो इसके लिए सावधानी अभी से बरतनी होंगी। इसके लिए बच्चों को मास्क पहनाएं बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए उन्हें मास्क जरुर पहनाएं। बच्चों को घर पर रकें और सार्वजनिक स्थानो पर जानें ना दें। घर में किसी को कोरोना हो तो बच्चों को उनके करीब ना जाने दें।
हेल्दी डाइट बच्चों को बाहर का खाना ना खिलाएं बल्कि घर का खाना दें। इसके अलावा हेल्दी डाइट लें। बच्चों को फल और हरी सब्जियां खिलाएं। बच्चों को इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए उन्हें मल्टी विटामिन दें।