समग्र समाचार सेवा
उत्तरकाशी/जोशीमठ/देहरादून, 22 अप्रैल।
उत्तराखंड, चमोली और पिथौरागढ़ जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में हुई भारी बर्फबारी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बुधवार को प्रदेश के निचले इलाकों में तेज हवाओं के साथ रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश ने तापमान में कमी ला दी।
चमोली जिले में सिख समुदाय के सबसे पूजनीय तीर्थ श्री हेमकुंट साहिब में करीब छह फुट बर्फ दर्ज की गई।
श्री हेमकुंट साहिब ट्रस्ट के प्रधान सेवादार सेवा सिंह ने कहा, दो दिन पूर्व बर्फबारी 1 से डेढ़ फुट के आसपास थी लेकिन ताजा बर्फबारी के कारण यह बढ़कर छह फुट तक पहुंच गया है।
सेवा सिंह ने कहा कि बर्फ को साफ करने का काम थोड़े समय के लिए रोक दिया गया है और बर्फबारी घटने के बाद फिर से शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट के दर्जन भर सेवादारों के साथ 19 सेना कर्मी यहां बर्फ साफ करने के काम में सहायता कर रहे हैं।
सेवा सिंह ने कहा, हमने पहले से राशन पहुंचाया है इसलिए कोई कमी नहीं है और अब मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि हम काम शुरू कर सकें क्योंकि इस साल हेमकुंट साहिब के कपाट 10 मई को खुल जाएगा।
उत्तरकाशी में गंगोत्री धाम में बर्फबारी हुई जबकि भैरों-घाटी नेलांग को जोड़ने वाली भारत-चीन सीमा सड़क भारी बर्फबारी के कारण बंद है। उत्तरकाशी में सेब उत्पादकों के अनुसार तापमान में अचानक गिरावट से सेब उत्पादकों के चेहरों पर निराशा चाह गई।
है। उत्तरकाशी, मसूरी और अगल-बगल के गांवों के निचले इलाकों में बुधवार को भारी से मध्यम बारिश हुई जिससे तापमान में काफी गिरावट आई।