गंगा दशहरा  के अवसर पर निर्धन कन्याओं का विवाह सम्पन कराया जाएगा: आचार्य सुरेंद्र प्रसाद सुंदरियाल

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

अजय रमोला

देहरादून, 14 मार्च।

11 से 20  तक जून  माह में अखंड यज्ञ एवं श्रीमद् देवी भागवत कथा का आयोजन गंगा दशहरा के अवसर पर कन्याओं का विवाह हंस फाउंडेशन के सहयोग से कराया जाएगा। यह बात  मां धारी देवी एवं नागराजा उपासक आचार्य सुरेंद्र प्रसाद सुंदरियाल  ने  ईष्ट देव सेवा समिति के माध्यम से पंचायती मंदिर दर्शन लाल चौक में  अपने जन्म दिवस पर यज्ञ के आयोजन के अवसर पर कही।

इस मौके पर भारी संख्या में महाराज श्री के भगतो ने आचार्य को जन्म दिवस की बधाई दी एवं उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।  सिद्ध पीठ देवलगढ़ मंदिर के मुख्य पुजारी श् कुंजिका प्रसाद उनियाल, देहरादून के मेयर  सुनील उनियाल गामा एवं उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकरी  मंच के  अध्यक्ष सचिव एवं पदाधिकारी गण इस अवसर पर उपस्थित रहे।

मंदिर में  हवन एवं पूजा पाठ किया गया तत्पश्चात मां राजराजेश्वरी मंदिर के मुख्य पुजारी   कुंजीका प्रसाद उनियाल जी ने  2021 में होने वाले मां भगवती के यज्ञ  एवं श्रीमद् देवी भागवत मां भगवती के अखंड यज्ञ के दिन की घोषणा की।

उन्होनें बताया की 11 जून से 20 जून तक चलने वाले अखंड यज्ञ एवं अपराहन काल में दिव्य श्रीमद् देवी भागवत कथा का दिव्य आयोजन किया जाएगा।  मेयर देहरादून  सुनील उनियाल गामा ने कहा की यह  यज्ञ अपने अखंडता और तपस्या के लिए किया जाता है। जो भी भक्त इस यज्ञ में आए यह सोच कर आए कि वह स्वयं को धर्म एवं सनातन धर्म के लिए प्रतिष्ठित होना करने के लिए प्रतिबद्ध है।

बाद में आचार्य  सुरेंद्र प्रसाद सुंद्रियाल ने  अपने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि यह यज्ञ उत्तराखंड के देव संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए एवं समस्त सुखों एवं  ऐश्वर्या के लिए किया जा रहा है।

इस यज्ञ में प्रत्येक जनमानस को अपनी अहम भूमिका और भागीदारी निभानी है जिसके लिए सभी भक्तों इस यज्ञ में जुड़ने का संकल्प करें। आचार्य जी को मेयर सुनील उनियाल गामा  ने आश्वासन दिया कि वह तन मन धन से इस  कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे।

आचार्य ने बताया कि यह यज्ञ 11 कुंटल हवन सामग्री से 9 दिन 9  रात्रि  तक अखंड चलेगा और सतचंडी  महायज्ञ के माध्यम से आहुति दी जाएंगी जिसमें उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों के ब्राह्मण,  सिद्ध पीठों के ब्राह्मण भी भाग लेंगे। देश प्रदेश के भक्तों एवं सभी धार्मिक. सामाजिक, सांस्कृतिक, कीर्तन मंडली से आह्वान किया गया है कि वह 8स पुनीत कार्य में बढ़चढ़ कर हिस्सा लें।

11 जून से 20 जून तक प्रतिदिन चलने वाला यज्ञ  11 जून को शुभ मुहूर्त पर प्रारंभ होगा जिसके बाद अग्नि मंथन के पश्चात यज्ञ प्रारंभ किया जाएगा तत्पश्चात भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा जिसको  (उत्तराखंड में देव जल यात्रा भी कहा जाता है )।

अपराह्न  काल में  मां धारी देवी नागराजा उपासक आचार्य श्री सुरेंद्र प्रसाद सुंद्रियाल जी महाराज श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण कराएंगे। निरंतर नव दिन तक चलने के बाद  गंगा दशहरा के पावन पर्व पर निर्धन  कन्याओं का विवाह करायाजाएगा।

उन्होनें कहा कि जो भी निर्धन कन्या एवं निर्धन परिवार है वह भी इष्टदेव सेवा समिति से संपर्क कर सकते हैं।

तत्पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद सभी भक्तों को हरियाली हवन का प्रसाद एवं यज्ञ के (जुन्याल पत्र पुष्प) प्रसाद रूप में भेट किए जाएंगे। जो भी भक्त जन इस यज्ञ में यजमान बनना चाहता है वह ईष्ट देव  सेवा समिति से संपर्क करके इस यज्ञ में अपनी अहम भूमिका निभा सकते  है।

यह यज्ञ उत्तराखंड के संस्कृति का एक अनोखा समावेश होगा। ईष्ट  देव सेवा समिति के अध्यक्ष श्री मनोज उनियाल जी ने कहा कि यह यज्ञ ईष्ट  देव सेवा समिति पहली बार कर रही है जिसमें ईष्ट देव सेवा समिति के  अनेकों क्षेत्रों से एवं देश प्रदेश से  मुख्य यजमान बनाएगी एवं उनको और उनके परिवार को इस महान  यज्ञ से जोड़ करके उत्तराखंड के सिद्ध पीठ  श्री राजराजेश्वरी मंदिर देवलगढ़ पौड़ी गढ़वाल आने की  प्रार्थना करेगी। भक्त माता रानी के दरर्शन पाकर लाभान्वित होंगे।  उन्होंने कहा इस आयोजन से  उत्तराखंड के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय युवकों को भी इसमें जुड़ने का मौका मिलेगा।

यह यज्ञ समस्त कार्यों की सिद्धि के लिए किया जाएगा अतः सब भक्तों से  सपरिवार  उत्तराखंड के देवलगढ़ मंदिर के दर्शन करके पुण्य का भागी बनने का आह्वान किया।

इस मौके पर  राजदीप भट्ट सितंबर सिंह पवार, गीता रानी, मनोज धस्माना, संध्या थापा, गंभीर सिंह राणाभ व अन्य भक्तजन उपस्थित रहे।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.