अपशिष्ठ प्रबंधन कूडा प्रबंधन बेहतर बनाने हेतु जीपीएस के माध्यम से निगरानी: देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटड
समग्र समाचार सेवा
देहरादून, 12मार्च।
अपशिष्ठ प्रबंधन (कूडा प्रबंधन) बेहतर बनाने हेतु निकाय के अपशिष्ठ एकत्र करने से लेकर निस्तारण में कायर्रत समस्त वाहनों की जीपीएस के माध्यम से निगरानी देहरादून इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से की जाएगी जिसके लिए देहरादून नगर निगम क्षेत्र के अन्तर्गत विभिन्न वार्डो में लोगों के घरों के बाहर एक हेल्पलाइन क्यूअर कोड लगाये जा रहे हैं ।
यह हेल्पलाइन क्यूआर कोड अपशिष्ठ संग्रहणकर्ता के द्वारा एक उपकरण से स्कैन किये जाएगें जिसके उपरान्त ‘देहरादून इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर एवं शहरवासियों को संदेश पहुचेगा जो अपशिष्ठ एकत्र करने की स्थिति को सुनिश्चित करेगा। साथ ही ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन से सम्बन्धित सुझावों, फीडबैक एंव शिकायत को दर्ज कराने हेतु हेल्पलाइन क्यूआर कोड में एक टोलफ्री नम्बर दिया गया है, जो वार्डो के अपशिष्ट प्रबंधन की निगरानी के साथ-साथ कार्य कि गुणवत्ता को सुधारने में सहायक सिद्ध होगा।
कूडा प्रबंधन हेतु लगाये जा रहें है हेपलाइन क्यूआर कोड देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटडे के द्वारा स्थापित ‘देहरादून इंटीग्रेटेड कमांड एंव कंट्रोल सेंटर-सदैव दून’के अन्तगर्त शहर में अनेक सेवाओं का उद्धघाटन माह जनवरी में किया गया जिसके तहत शहर में ऑनलाइन सेवाओं जैसे मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली, सूचना का अधिकार एंव ‘दून-1 ऐप’ मोबाइल एप्लीकेशन जैसी तकनीक नागरिकों की सेवा में उपलब्ध करायी गई है।
इसके अतिरिक्त सिटिजन पोर्टल, ई-गवर्नमेंट सर्विसेज, स्मार्ट स्कूल, ई-चालान सर्विसेज, वाटॅर ए0टी0एम, ई-बस को भी देहरादून इंटीग्रेटडे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के साथ एकीकृत किया गया है साथ ही आधुनिक तकनीक के माध्यम से शहर के घर-घर के अपशिष्ठ प्रबंधन (कूडा प्रबंधन) को और बेहतर बनाया जा रहा है । देहरादून स्मार्ट सिटी द्वारा अपशिष्ट संग्रहण में कार्यरत समस्त स्वच्छता मित्रों को इन उपकरणों के प्रयोग हेतु प्रशिक्षण दिया गया है।
देहरादून स्मार्ट सिटी के द्वारा देहरादुन नगर निगम की सहायता से चयनित पायलेट प्रोजेक्ट वार्ड 12 कृष्णनगर में हेल्पलाईन क्यूआर कोड लगाने का कार्य भी पूर्ण हो गया है। साथ ही वार्ड 32 बल्लूपुर में भी यह कोड लगाने का कार्य चल रहा है। कुल 25000 हेल्पलाइन क्यूआर कोड लगाये जाने है तथा जल्द ही में क्यूआर कोड लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। स्मार्ट सिटी द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि इस नवीन प्रणाली के माध्यम नागरिको की अपशिष्ट संग्रहण से संबंधित शिकायतें जैसे-अपशिष्ट संग्रहण वाहनों द्वारा प्रतिदिन कचरा न उठान, संग्रहण वाहनों का समय पर न आने को कम किया जा सकेगा।