मसूरी में वन माफियाओं के द्वारा पेड़ों की दी जा रही बली, वन विभाग मौन

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सुनील सोनकर
समग्र समाचार सेवा

मसूरी, 11 मार्च।
मसूरी में वन विभाग द्वारा पेड़ों को काटने वालों और नुकसान पहुंचाए जाने को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है जिसको लेकर वन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। मसूरी के झूलाघर हैक्मंस कंपाउंड के पास किसी असमाजिक तत्व द्वारा देर रात को एक बडे पेड की जड में आग लगा दी जिससे पेड़ रविन्द्र रौथाण के घर के ऊपर जा गिरा। गनीमत रही की पेड का बडा भाग पास के दूसरे पेड से ठकरा का लटक गया वह पेड के कुछ टहने घर की छत पर जा गिरे जिससे घर को आंशिक रूप से नुकसान पहुचा। रविन्द्र रौथाण ने बताया कि सुबह के समय घर के पास जोर से कुछ गिरने की आवाज आई तो उन्होने देखा की घर की छत पर पेड के बडे टहने टूट कर गिरे है वह टूटे हुए पेड का बडा भाग दूसरे पेड के के सहारे लटका हुआ है।

जिसकी सूचना उन्होंने वन विभाग को दी। उन्होंने बताया कि अगर पेड़ सीधा उनके घर पर गिरता तो बड़ा नुकसान हो जाता। वन विभाग के दरोगा सुरेंन्द्र प्रसाद भट्ट ने कहा कि हो सकता है कि किसी असामाजिक तत्वों द्वारा पेड़ की जड पर आग लगा दी होगी जिससे पेड की जड जल गई और पेड टूट कर गिर गया। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है परंतु सवाल उठता है कि आखिर वन विभाग ऐसे लोगों पर ठोस कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है जो हरे भरे पेडों को नुकसान पहुंचा रहे हैं वहीं वन विभाग की कार्यवाही से ऐसा लगता है कि किसी बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम देकर पेड़ों की बलि चढ़ाई जा रही है अगर समय रहते हैं ऐसे अधिकारियों और वन माफियाओं पर कार्रवाई नहीं की गई तो वह दिन दूर नहीं जब मसूरी में पेड बचेगे ही नहीं वह मसूरी कंकरीट का जंगल बन जायेगा।

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