समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10 मार्च।
हिंदू धर्म में हर माह मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है, लेकिन फाल्गुन माह में आने वाली महाशिवरात्रि का खास महत्व होता है। क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव और पार्वती का विवाह हुआ था।
इस दिन उपवास रखने वाले भक्तों को भगवान शिव का खास आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस साल महाशिवरात्रि 11 मार्च को मनाई जा रही है।
ऐसे में अगर आप भी इस महाशिवरात्रि व्रत रखने का सोच रहे हैं तो भगवान शिव की पूजा के कुछ खास नियमों का आपको पता होना जरूरी है-
– भगवान शिव को बेलपत्र बहुत पसंद हैं. ऐसे में बेलपत्र चढ़ाते समय ध्यान रखें कि बेलपत्र के तीनों पत्ते पूरे हों।
– भगवान शिव की पूजा के दौरान कदंब और केतकी के फूल वर्जित होते हैं। इन्हें गलती से भी ना चढ़ाएं।
– महाशिवरात्रि के दिन काले रंग के वस्त्र ना पहने।
-पूजा में तिल का इस्तेमाल ना करें तिल भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न हुआ माना जाता है, इसलिए भगवान विष्णु को तिल अर्पित किया जाता है लेकिन शिव जी को नहीं चढ़ता है.
– पूजा में अक्षत ही चढाएं। टूटे चावल न चढ़ाएं।
– भगवान शिव की पूजा करते समय शंख से जल अर्पित नहीं करना चाहिए।
-शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। शिव प्रतिमा पर नारियल चढ़ा सकते हैं, लेकिन नारियल का पानी नहीं।
– पूजा के दौरान कलश में जल या दूध भरकर शिवलिंग पर चढ़ाए।