कैसे करे तैयारी बोर्ड की तैयारी – आलोक

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 5मार्च।

बच्चों के मन में जो बोर्ड परीक्षा का डर बना हुआ उसको सबसे पहले दूर करने की जरुरत है। बोर्ड परीक्षा को भी सामान्य परीक्षा की तरह लेकर इसकी तैयारी करनी चाहिए।बच्चों को हमेशा यह सोच रखकर पढ़ाई करनी चाहिए कि उसके सालभर की पढ़ाई काम आयेगी नाकि उसके एक रात की पढ़ाई।

इसी विचार “परीक्षा को लेकर बच्चों में बढ़ते तनाव” को कम करने हेतु  एस.के. मेमोरियल फाउंडेशन ऑफ इंडिया (NGO) की ओर से आयोजित एक टॉक शो में अनेको वक्ताओं ने अपने के विचार रखे।
सर्वप्रथम संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री आलोकसतीश श्रीवास्तव जी ने कहा कि जैसे जैसे बोर्ड परीक्षा की तारीख नजदीक आ रही है, विद्यार्थियों की चिंताये बढती जा रही है और सबके मन में यही सवाल है की वह अब इतने कम समय में परीक्षा की तैयारी कैसे करे, कि अच्छे से अच्छे नम्बरों से पास हो जाए और ऐसा सोचना स्वाभाविक भी है क्योकि बोर्ड परीक्षा में अच्छे नम्बरों से पास होने के बाद ही विद्यार्थियों के आगे भविष्य का निर्धारण होगा।
बोर्ड परीक्षा का नाम सुनते ही  विद्यार्थियों के मन में एक अजीब सा डर उत्पन्न हो जाता है जिसकी वजह से बने काम भी बिगड़ने लगते है और ऐसा अक्सर बोर्ड परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के साथ होता है।
पूरे वर्ष लगन व मेहनत के बावजूद बोर्ड परीक्षा नजदीक आते ही विद्यार्थियों डरने लगते है जिससे पहले से की हुई परीक्षा की तैयारी भी डर और चिंता से भूलने लगती है।
इस स्थिति में विद्यार्थियों को आलोक सर द्वारा बताई ग्यारह  बाते याद रखनी चाहिए जिससे तैयारी में उनकी सहायता हो सके।
1 – परीक्षा नजदीक आते ही हम सभी के मन में एक अजीब सी घबराहट और चिंता का भाव आने लगता है इसलिए कभी भी अपने दिमाग में बोर्ड परीक्षा होने का डर न बैठाये और खुद को मानसिक रूप से मजबूत करे और ये निश्चय करले की हमे अपने सभी विषयों में अच्छे नम्बरों से पास होना है अच्छे नम्बरों के साथ।
2 – जैसे ही हमारा बोर्ड परीक्षा का टाईमटेबल आ जाता है या आने वाला होता है तो इस दौरान परीक्षा में समयांतराल बहुत कम होता है इसलिए अपने सभी विषयों की सही तरीके से तैयारी के लिए अपना पढने का टाईमटेबल जरुर बनाये और इसे अपने पढाई का अहम हिस्सा मानकर उसे अच्छी तरह से फालो करे।
3 –बोर्ड परीक्षा के परीक्षार्थियों के लिये जरूरी है कि वह अपने प्रत्येक विषय के अपने द्वारा लिखे नोट्स जरूरी तैयार रखें| यह नोट्स परीक्षा में आपकों कामयाबी की ओर लेकर जायेंगें
4 –अक्सर देखा जाता है कि परीक्षार्थी को सभी प्रश्नों के उत्तर याद होने के बावजूद भी वह परीक्षा में उत्तर लिखने से रह जाता है| अत: परीक्षार्थियों को चाहिए कि उनकी हैण्डराईटिंग में स्पीड अच्छी हो|
5 – अपने विषयों की पढाई मॉडल पेपर के हिसाब से करे और इस बात का ध्यान दे की यदि दीर्घउत्तरीय प्रश्नों को अच्छे से तैयार करेगे तो इससे हमारे छोटे प्रश्न भी स्वत तैयार हो जायेगे।
6 – देर रात्री की अपेक्षा सुबह जल्दी उठकर पढने का प्रयास करे और इस बात का भी ध्यान रखे की लगातार बैठकर न पढ़े बीचबीच में थोडा आराम भी कर ले इससे हमारे शरीर और दिमाग पर अनावश्यक दबाव बनने से बच जाता है और पढाई करने में हमे थकावट का अनुभव भी नही होता है।
7 – सभी विद्यार्थियों को चाहिए की अपनी पढाई करने का जगह थोडा अलग जगह हो क्यूकी अगर जिस रूम में हम पढाई करते हो वह अगर टीवी और अन्य प्रकार के शोरशराबे हो तो हमारा ध्यान पढाई में नही लग पायेगा।
8 – अगर हमारा हम स्वस्थ रहेगे तो हमारा दिमाग भी स्वस्थ रहेगा इसके लिए अपने पढाई के साथ साथ अपने सेहत का भी ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है इसलिए पढाई के साथ साथ अच्छा खाना खाए और खाने के बाद थोडा टहलना और सुबह जल्दी उठकर पढाई करने के बाद थोडा टहलना और व्यायाम करना न भूले इससे दिनभर पूरे शरीर में स्फूर्ति और ताजगी बना रहता है।
9 – परीक्षा में प्रश्नों को पहले ध्यानपूर्वक पढ़े फिर लिखे
परीक्षार्थियों के लिये बेहद जरूरी है कि वह परीक्षा में लिखने से पहले वह सम्पूर्ण प्रश्नपत्र को भलिभाँति पढ़े एवं समझ लें उसके उपरान्त जिस प्रश्न का उत्तर आपको याद है उसको लिखें|
10 – जिस प्रश्न का उत्तर याद है पहले उसे करे परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी का समय अनमोल होता है| समय को ध्यान में रखते हुए परीक्षार्थी को चाहिए कि वह जिस प्रश्न को हल करने में पूर्णत: निपुण है पहले उन प्रश्नों को हल करें|
11 –प्रश्नों का उत्तर स्वच्छ लेख और स्पष्ट करके दें प्रश्नों का उत्तर जितना स्वच्छ एवं स्पष्ट होगा उतने ही अधिक अंक आप अपनी परीक्षा उत्तर पुस्तिका में प्राप्त कर पाएंगें।
अंत मे संस्था के संस्थापक श्री बरजंग बहादुर ने कहा यदि हमारे मन में किसी कार्य को करने के लिए ये सवाल आये की क्या मै ये कर सकता हूँ तो निश्चित ही आप असफलता की ओर जा रहे है और यदि मन में ये ऐसी भावना आये की ये मै क्यू नही कर सकता हु तो निश्चित ही आप उस काम को कर पायेगे।
“जीत की खातिर बस जुनून चाहिये,
जिसमे उबाल हो ऐसा खून चाहिये,
ये आसमान भी आएगा जमीं पर,
बस इरादो मे जीत की गुंज चाहिये”
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