समग्र समाचार सेवा
वाराणसी, 15 फरवरी।
भारतीय खेलों में बेटियों का दबदबा बढ़ता ही जा रहा है बेटियां हर खेल में अपने आप को उत्तम प्रदर्शित करती जा रही हैं ऐसा ही कुछ नजारा वाराणसी के रोहनिया शाहबाजपुर बढ़ैनी खुर्द की रहने वाली मुनिता प्रजापति ने कर दिखाया है मुनिता ने 36 वीं राष्ट्रीय जूनियर एथलेटिक्स चैंपियन में 10 किलोमीटर वॉक रेस का रिकॉर्ड बनाया है मोनिता शुरू से ही खेलों में रुचि रखती थी ऐसे में परिवार की माली हालत खराब होने की वजह से उनको को बहुत सारी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा आलम तो यह था की खेल छोड़ने की भी नौबत आ गई लेकिन पिता बिरजू ने मोनिका को हौसला दिया और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया पिता बिरजू पेशे से मजदूरी का काम करते हैं और गांव परिवेश होने की वजह से एक लड़की का बाहर निकलना गांव वालों को खलता था लेकिन सारे बंधनों को तोड़ते हुए मुनिता ने राष्ट्रीय स्तर पर देश और अपने परिवार का नाम रोशन किया है ऐसे में वर्तमान समय में मुनिता के घर जश्न का माहौल है लोग बधाइयां देने के लिए कतार में लगे हुए हैं मुनिता के माता-पिता को माल्यार्पण कर लोग उनका सम्मान कर रहे हैं और गांव में अब यह चर्चा होने लगी है कि बनो तो मुनिता की तरह बनो गांव वाले ममता के इस सराहनीय कार्य को खूब चाव से एक दूसरे से बोल रहे हैं वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक दलों के नेता भी मुनीता के घर जुट रहे हैं और मुनिता के माता-पिता को हर संभव मदद करने का आश्वासन दे रहे हैं।
बिरजू प्रजापति (मुनीता के पिता)
मुनिता के पिता का कहना है कि आज हम बहुत खुश हैं और अपनी बेटी के इस सराहनीय कार्य के लिए भगवान का शुक्रिया अदा करते हैं उनका कहना है कि हम ऐसे हालात में नहीं थे कि अपने बिटिया को इतने बड़े मुकाम तक पहुंचा सके लेकिन भगवान का शुक्रिया है कि उन्होंने हम पर कृपा की और हमारी बिटिया देश में घर परिवार का नाम रोशन कर रही है हम यही चाहते हैं कि बिटिया और आगे बढ़े और देश का नाम रोशन करें।
मुनिता की माता का कहना है कि मैं बहुत डरती थी जब बिटिया घर खेलने के लिए बाहर जाती थी क्योंकि आज का जो प्रवेश है उसको देखते हुए मुझे चिंता होती थी कि बिटिया को कहीं कुछ हो ना जाए लेकिन आज मैं बहुत खुश हूं कि मेरी बिटिया ने देश में अपना नाम किया है अब मैं बस उसके इंतजार में हूं कि वह कब आए और मैं उसे देख सकुं ।।
