दिनेश त्रिवेदी जी अगर भाजपा में शामिल होना चाहें, तो उनका स्वागत करेंगे: कैलाश विजयवर्गीय
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने आज शुक्रवार को कहा कि दिनेश त्रिवेदी जी, मुझे साल भर पहले हवाई अड्डे पर मिले थे तो कहा था बहुत खराब स्थिति है और मैं काम नहीं कर पा रहा हूं। उन्होंने TMC से इस्तीफा दिया है। वे भाजपा में आएंगे तो हम उनका स्वागत करें।
समग्र समाचार सेवा
कोलकत्ता, 12फरवरी।
टीएमसी से राज्यसभा के सदस्यता से दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफा देने के बाद बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने उनका अपनी पार्टी में आने का प्रस्ताव रखा और कहा कि पार्टी उनका स्वागत करेंगी। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने आज शुक्रवार को कहा कि दिनेश त्रिवेदी जी, मुझे साल भर पहले हवाई अड्डे पर मिले थे तो कहा था बहुत खराब स्थिति है और मैं काम नहीं कर पा रहा हूं। उन्होंने TMC से इस्तीफा दिया है। वे भाजपा में आएंगे तो हम उनका स्वागत करें।बता दें कि जैसे ही राज्य सभा में आज दिनेश त्रिवेदी ने अपने पद से इस्तीफे की घोषणा की तो उसी समय से उनके बीजेपी में जाने की चर्चाएं तेज हो गईं। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के राज्य प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, सिर्फ दिनेश त्रिवेदी जी, जो भी ईमानदार काम करना चाहते हैं, तृणमूल कांग्रेस में नहीं रह सकते। अगर वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल होना चाहते हैं, तो हम उनका स्वागत करेंगे।
दिनेश त्रिवेदी जी मुझे वे साल भर पहले हवाई अड्डे पर मिले थे तो कहा था बहुत खराब स्थिति है और मैं काम नहीं कर पा रहा हूं। उन्होंने TMC से इस्तीफा दिया है। वे भाजपा में आएंगे तो हम उनका स्वागत करेंगे: TMC राज्यसभा सांसद दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफा देने पर भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय pic.twitter.com/fLsc4LFomG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 12, 2021
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के नेता और पूर्व रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी ने पश्चिम बंगाल में हिंसा और घुटन का हवाला देते हुए शुक्रवार को राज्यसभा में अपनी सदस्यता से त्यागपत्र देने की घोषणा की। हालांकि आसन की तरफ से उनकी इस पेशकश को यह कहकर अस्वीकार कर दिया गया कि इसके लिए उन्हें समुचित तरीका अपना पड़ेगा।
त्रिवेदी ने कहा कि मगर अब मुझे घुटन हो रही है। उधर अत्याचार हो रहे हैं, मुझे मेरी अंतरात्मा की आवाज यह कह रही है कि या आप यहां बैठकर चुपचाप रहो, इसके बजाय यहां से त्यागपत्र देकर बंगाल चले जाओ और लोगों के साथ काम करो। उन्होंने कहा, “मैं आज यहां से त्यागपत्र दे रहा हूं तथा देश एवं बंगाल के लिए जिस प्रकार काम करता रहा हूं, आगे भी करता रहूंगा “।