समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30दिसंबर।
कृषि बिल का विरोध कर रहे किसानों औऱ क्रेंद्र सरकार के लिए आज का दिन बहुत ही अहम है क्योंकि आज दोपहर दो बजे नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में अहम बातचीत होनेवाली है। जहां एक तरफ प्रदर्शनकारी किसान संगठन नए कानून वापस लेने की मांग पर अडे है तो वहीं सरकार ने कृषि बिल में संशोधन की बात तो कही है, लेकिन उसे वापस लेने के लिए तैयार नहीं है।
अब देखना यह है कि कृषि बिल को लेकर इतने दिनों से चल रहे किसानों के लिए क्या फैसल लिए जाते है।
संगठन ने केंद्र के साथ सातवें दौर की बातचीत करने के लिए हामी तो भर दी पर उन्होंने यह साफतौर पर कहा है कि बातचीत का एजेंडा वही होना चाहिए, जो किसानों ने तय किया है।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, ‘जो प्रस्ताव हमने रखे हैं, उस पर चर्चा करेंगे. कानून वापस नहीं लिए गए तो हम यहीं बैठे रहेंगे.’ इससे पहले किसान 30 दिसंबर को ट्रैक्टर मार्च का ऐलान भी कर चुके हैं. लेकिन, सूत्रों का कहना है कि सरकार से बातचीत सफल नहीं रही तो 31 दिसंबर को भी मार्च निकाला जाएगा।