समग्र समाचार सेवा
उत्तरकाशी,22दिसंबर।
राज्य में एक सेवानिवृत सैनिक ने नश के खिलाफ जो जंग शूरू की है वो रंग लाने लगी है। जी हां सेना से सेवानिवृत होने के बाद राजेश सेमवाल ने पुरोला में निश्शुल्क भर्ती प्रशिक्षण कैंप शुरू किया है। जिसमें पुरोला और मोरी के 80 युवाओं को राजेश सेमवाल ने ढाई माह का प्रशिक्षण दिया। ये युवा कोटद्वार में 20 दिसंबर को हुई भर्ती रैली में शामिल हुए। इनमें से 65 युवाओं ने शारीरिक परीक्षा पास की।
बता दें कि सीमांत जनपद उत्तकाशी के पुरोला ब्लॉक के सुदूरवर्ती छानिका गांव निवासी राजेश सेमवाल जुलाई में गढ़वाल राइफल से सेवानिवृत हुए थे। गांव लौटेने के बाद वे अपने मिशन में लग गए थे। नशे की ओर बढ़ी युवा पीढ़ी को देखकर उन्होंने निश्चय कर लिया था कि ‘जब मैं सेवानिवृत होकर घर लौटूंगा तो सबसे पहले नशे के खिलाफ अभियान शुरू करूंगा।’
सेना से सेवानिवृत हुए सैनिक राजेश सेमवाल ने अपने गांव के साथ ही विकास खंड क्षेत्र में नशे के खिलाफ जंग शुरू की हुई है। जिससे स्वास्थ्य, सुरक्षित व सुशिक्षित समाज की स्थापना हो सके। राजेश सेमवाल ने बताया कि वर्ष 2002 में राजकीय इंटर कालेज गुंदियाटगांव से 12वीं करने के बाद वह सेना में भर्ती हुए। लेकिन, अपनी 17 वर्ष के सेवाकाल में जितनी बार भी वह घर आए तो उन्होंने अपने घर, गांव और निकटवर्ती बाजार में नशे की ओर जाती युवा पीढ़ी को देखा। इसलिए उसी समय निश्चय किया कि सेवानिवृति के बाद वे गांव में संगठन बनाएंगे। इसकी मुहिम को लेकर उन्होंने युवाओं का संगठन बना दिया है। जिसके जरिये युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। राजेश कहते हैं कि पहाड़ के युवाओं में प्रतिभा तो है, लेकिन कुछ कमियों के कारण बेरोजगार हैं, ऐसे युवाओं को रास्ता दिखाने की जरूरत है।