समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली , 15 दिसंबर
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलावर को ऐलान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी 2022 में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेगी। पिछले कुछ समय से आम आदमी पार्टी यूपी में योगी सरकार पर लगातार हमलावर है। आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा संसद संजय सिंह यूपी में सक्रिय हैं और कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करते हैं। वह योगी सरकार को तानाशह सरकार बता चुके हैं। अब साफ़ हो गया है कि आने वाले चुनावों को देखते हुए ही आम आदमी पार्टी यूपी में सक्रिय थी।
केजरीवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हर पार्टी की सरकार आई, लेकिन अपने घर भरने के सिवाय किसी ने यूपी के लिए कुछ नहीं किया। आज छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए यूपी के लोगों को दिल्ली क्यों आना पड़ता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सभी पार्टियों ने लोगों को धोखा दिया है। प्रत्येक सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में एक दूसरे को पार कर दिया था। दिल्ली में रहने वाले उत्तर प्रदेश के बहुत से लोगों ने पिछले कुछ वर्षों में हमें बताया है कि यूपी भी दिल्ली की तरह कल्याण और लाभ का हकदार है।
केजरीवाल ने कहा कि आज यूपी में सही और साफ नीयत वाली राजनीति की कमी है। ये केवल आम आदमी पार्टी दे सकती है। उत्तर प्रदेश को गंदी राजनीति और भ्रष्ठ नेताओं ने विकास से दूर रखा। इसलिए दिल्ली में जो सुविधाएं लोगों को मिल रही है, वो यूपी में अभी तक नहीं मिलीं। उन्होंने कहा कि यूपी में ‘आप’ की सरकार बनने पर वहां भी दिल्ली के विकास मॉडल को लागू करेंगे।
बता दें , आम आदमी पार्टी इससे पहले दिल्ली, पंजाब, गोवा और हरियाणा में भी कुछ सीटों पर चुनाव लड़ चुकी है। जहां दिल्ली और पंजाब में पार्टी को अच्छी सफलता मिली है। अपने बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और फ्री बिजली-पानी के फॉर्मूले की बदौलत 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में ‘आप’ ने 70 में 62 सीटें जीतकर दिल्ली में तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की है। अब यूपी में केजरीवाल के जादू किस तरह चल पाता है ये चुनाव के दौरान और बाद में ही पता चलेगा। इतना ज़रूर है कि यूपी की राजनीति में जगह बना पाना आम आदमी पार्टी के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होगा।