समग्र समाचार सेवा
चेन्नई,25नवंबर।
भारत में आज एक और चक्रवाती तूफान दस्तक देने को तैयार है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवात ‘निवार’ में परिवर्तित हो गया है और इसके आज यानी बुधवार को भारी तूफान के रूप में तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकराने की आशंका है।
इसे लेकर सरकार और एनडीआरआफ की टीमें सतर्क हो गई हैं। तटीय इलाकों में बिना किसी कारण लोगों से घर से बाहर निकलने से मना किया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), तटरक्षक बल, दमकल विभाग सहित विभिन्न राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के कर्मचारियों की तैनाती किसी भी स्थिति से निपटने के लिए की गई है।
मौसम विभाग ने कहा कि बुधवार को तूफान के प्रभाव से तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के ज्यादातर हिस्सों में बारिश हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी से बातचीत कर तूफान से पैदा हालात की जानकारी ली और केंद्र से हर संभव मदद का भरोसा दिया। वहीं, एनडीआरएफ प्रमुख एसएन प्रधान ने कहा कि चक्रवाती तूफान की स्थिति तेजी से बदल रही है और यह 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में चक्रवाती तूफान निवार के मद्देनजर एनडीआरएफ के करीब 1,200 बचावकर्मियों को तैनात किया गया है और 800 अन्य को तैयार रखा गया है।
मौसम विभाग की मानें तो आज शाम 5.30 से पहले 145-150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तूफान आ सकता है, लेकिन इससे देरी हुई तो तूफान कमजोर पड़ेगा और लोगों को राहत मिलेगी। फिलहाल तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और पुडुचेरी में तूफान से पहले बारिश हो रही है। चेन्नई में जारी भारी बारिश की वजह से कई जगहों पर भारी जलभराव हो गया है।
चेन्नई में कुल 129 राहत शिविर बनाए गए हैं। वहीं, 8 राहत केंद्रों पर पहले से ही 312 लोग शरण लिए हुए हैं। तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और पुडुचेरी के तटीय इलाकों में बारिश कल से शुरू हो चुकी है, जन-जन तक चेतावनी पहुंचाई जा चुकी है।
बताते चलें कि कोरोना के रूप में जमीन पर आफत पहले से ही थी, अब समुंदर और आसमान से आने वाली है। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने कल तीनों राज्यों के मुख्यंत्रियों से बातचीत की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। मंगलवार रात तक चक्रवाती तूफान निवार पुडुचेरी से 250 किलोमीटर दक्षिण जबकि चेन्नई से दक्षिण पूर्व में 300 किलोमीटर दूर था। अगले कुछ घंटों में इसके चक्रवाती तूफान में बदल जाने की आशंका जताई जा रही है।
तमिलनाडु के पुडुकोट्टाई, नागापट्टिनम, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, थंजावुर, चेंगाल्पेट, अरियालुर, पेरमबलूर, कलाकुरुचि, तिरुवन्नामलाई और तिरुवल्लूर में तूफान का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। इसके अलावा पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी और कराइकल को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। अगर इस तूफान ने भयावह रूप धारण कर लिया तो आशंका जताई जा रही है कि तटीय इलाकों आंध्र प्रदेश, कर्नाटक का दक्षिणी अंदरुनी इलाका और ओडिशा के दक्षिणी इलाकों में भी इसका असर हो सकता है।