समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 18नवंबर।
बिहार में नई सरकार में एक मंत्री बने हैं जिनका नाम है मुकेश कुमार साहनी
उनकी कहानी बिल्कुल फिल्मी है और उनकी कहानी हम सबको बहुत प्रेरणा देने वाली है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में केवट (मल्लाह) समुदाय होता है जिसका काम नदी में नाव चलाना या फिर मछली पकड़ना होता है, मुकेश कुमार सहनी उस समुदाय से हैं।
बहुत गरीबी में गांव में रहे, पैसा कमाने के लिए मुंबई चले गए। मुंबई में मजदूरी किया, होटलों में काम किया। फिर इन्हें फिल्मों में शूटिंग के समय मजदूरी करने का काम मिला, मतलब कैमरा उठाना सामान यहां से वहां रखना।
एक दिन एक फिल्म की शूटिंग के समय प्रोड्यूसर को बहुत सारे आदमी की जरूरत थी तब इन्होंने अपने गांव से कई आदमियों को बुलाकर काम करवाया। फिर धीरे-धीरे यह लेबर सप्लाई का काम करने लगे। उसके बाद उन्होंने कई प्रोडक्शन हाउस के लिए लेबर सप्लाई के साथ सेट डिजाइनिंग करना शुरू किया और इस तरह से इन्होंने करोड़ों रुपए कमाए।
फिर यह बिहार आकर राजनीति में कदम रखा और यहां भी अपने झंडे गाड़ दिए। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) बनाया। पहले महागठबंधन में शामिल हुए, सीटों पर बात नहीं बनी तो एनडीए में शामिल हो गए। खुद तो चुनाव हार गए लेकिन पार्टी के चार विधायक जीत गए।
आज यहां बिहार के कैबिनेट मंत्री बन गए। बीजेपी कोटे से विधान परिषद में जायेंगे।
कुल मिलाकर सच्चाई यही है कि हमें कभी संघर्षों से ना घबराना चाहिए ना हौसला छोड़ना चाहिए