समग्र समाचार सेवा
बालासोर, 3अक्टूबर।
भारत में लगातार पड़ोसी देशों (पाक और चीन) के साथ बॉर्डर पर तनाव जारी है। इसी के मद्देनजर भारत अपनी रक्षा ताकत को और मजबूत करने में के प्रयास में लगा है। भारत विगत कई दिनों से विभिन्न प्रकार के तथा नए नए किस्म के मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण करता चला आ रहा है। शनिवार की सुबह 12:10 पर अब्दुल कलाम द्वीप से एलसी4 से भारत ने शौर्य नामक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह नई मिसाइल हल्की है और आसानी से ऑपरेट की जा सकती है।
जानकारी के मुताबिक यह मिसाइल 800 किलोमीटर दूर तक किसी भी लक्ष्य को मार गिराने में पूरी तरह सक्षम है। जमीन से जमीन पर मार करने वाली यह मिसाइल काफी ताकतवर मानी जा रही है। यह मिसाइल पनडुब्बी से लांच किए जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का जमीनी रूप है। टू स्टेज राकेट वाली यह मिसाइल 40 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचने से पहले आवाज की 6 गुना रफ्तार से चलती है। उसके बाद यह टारगेट की ओर लगातार बढ़ती चली जाती है। यह मिसाइल सॉलि़ड फ्यूल से चलती है लेकिन क्रूज मिसाइल की तरह खुद को टारगेट तक गाइड कर सकती है। मिसाइल की रफ्तार इतनी तेज है कि सीमा पर बैठे दुश्मन के रडार को इसे डिटेक्ट ट्रैक करने और इंटरसेप्ट करने के लिए 400 सेकेंड से भी कम का वक्त मिलेगा। इस मिसाइल को कंपोजिट कैनस्टर मे स्टोर किया जा सकता है यानी आसानी से छिपाकर ले जाया जा सकता है।
इसके परीक्षण के मौके पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन डीआरडीओ तथा अंतरिम परीक्षण परिषद आइटीआर से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों और वैज्ञानिकों का दल मौके पर मौजूद था।