नई दिल्ली, 30 सितंबर 2020। हम सभी के जीवन में घड़ी का समय महत्व बहुत ही महत्व है क्योंकि हम सभी को समय के अनुसार चलना बेहद ही पसंद होता है। हम अपना हर काम समय को ध्यान में रखकर ही पूरा करते हैं। समय का ध्यान रख कर ही काम करना हर किसी की जरूरत है। लेकिन क्या आपको पता है कि चलती घड़ी को समय बताती है लेकिन अगर घर में घड़ी बंद पड़ी हो तो यह कार्यों में अङचने लाती हैं।
वास्तु के मुताबिक, घर में घड़ी उत्तर पूर्व दिशा में लगानी चाहिए। यह दिशा वृद्धि कारक होती है। दक्षिण दिशा में घड़ी लगाना अशुभ माना जाता है। इससे घर में रहने वाले लोगों की उन्नति में रुकावट आती है। साथ ही घर के मुखिया का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। ज्योतिषाचार्य पं. दयानन्द शास्त्री जी बताते हैं कि घर में घड़ी बंद नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और घर में व्यक्ति की प्रगति में रूकावट आती है। घड़ी पर धूल भी नहीं जमने देनी चाहिए।
तो आइए जानते है अपने घर में घड़ी को कैसे लगाएं-
1. त्रिकोण आकार और आयत आकार लाल रंग की घड़ी उत्तर पूर्व दिशा में ही लगाना चाहिए।
2. गोल या दिल के आकार की सफेद रंग की घड़ी उत्तर दिशा में ही लगाएं। धन शीघ्र आात है। साथ ही काम भी बनने लगते हैं।
3. ओवल और हाफ सर्किल और चौरस आकार की हरे रंग की घड़ी उत्तर दिशा में ही लगाएं। निर्विघ्न काम पूरे होंगे। रूके हुए काम भी पूरे होने शुरू हो जाएंगे।
4. गोल आकार की क्रीम कलर की घड़ी को लगाएं। इससे परिवार की खुशियां बढ़ेंगी और धन में भी वृद्धि होगी।
5. षटकोण आकार या गोल आकार या ओवल आकार और गुलाबी रंग की घड़ी पूर्व दिशा में लगाएं। इससे व्यक्ति को उनके दुश्मन परेशान नहीं कर पाएंगे। साथ ही धन में भी वृद्धि होगी।
6. घर में खिड़की के पास घड़ी नहीं लगानी चाहिए। इससे घर के लोगों का स्वास्थ्य खराब रहने लगता है। इससे घर का माहौल भी बिगड़ता है।
7. घर में घड़ी का शीशा टूटा नहीं होना चाहिए। साथ ही घड़ी का समय पीछे न चले यह भी ध्यान रखना चाहिए।
8. तकिए के नीचे घड़ी कभी भी नहीं रखनी चाहिए। यह नकारात्मक प्रभाव का संकेत देती है।
9. नए अवसर पाने के लिए घड़ी को पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए। घर के हॉल में चौकोर और बेडरूम में गोल घड़ी लगाई जानी शुभ होती है। इससे घर में शांति बनी रहती है।
10. आयत आकार या चौरस आकार के पीले रंग की घड़ी को उत्तर दिशा में ही लगाएं। इससे काम समय पर होते हैं और धन में भी वृद्धि होती है।