मुंबई, 28 सितंबर 2020। अभिनेत्री कंगना रनौत के ऑफिस पर पिछले दिनों बीएमसी द़वारा की गयी तोड़फोड़ के मामले में बॉम्बे हाइकोर्ट में सुनवाई हो रही है। सुनवाई में कोर्ट ने बीएमसी से पुछा है कि जितनी तेजी से कंगना के ऑफिस में अवैध निर्माण बताते हुए कार्रवाई की गयी, क्या इतनी तेजी से बाकी मामलों में भी कार्रवाई की जाती है।
ज्ञात हो कि सितंबर को कंगना के ऑफिस में तोड़फोड़ को लेकर, कंगना ने 2 करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की है। जानकारी के मुताबिक शिवसेना नेता संजय राउत सोमवार को हो रही सुनवाई में अपना हलफनामा भी दाखिल कर सकते हैं। दरअसल हाई कोर्ट के आदेश पर संजय राउत को इस केस में मुख्य आरोपी बनाया गया है। अभिनेत्री कंगना रनौत और शिवसेना नेता संजय राउत के बीच ट्विटर पर वाद- विवाद के बाद बीएमसी ने कंगना के ऑफिस के कुछ हिस्सों को अवैध बताते हुए तोड़ दिया था।
बारिश में इमारत को तोड़कर नहीं छोड़ा जाता
इस मामले में गुरूवार को हुई सुनवाई के दौरान जब मुंबई महानगरपालिका से जवाब मांगा गया तो बीएमसी के वकील ने कोर्ट से और समय की मांग की थी। इस पर जज ने कहा था कि वैसे तो आप बहुत तेज हैं, फिर इस मामले में सुस्ती क्यों दिखा रहे हैं? क्या बारिश के मौसम में किसी भी इमारत को तोड़ कर छोड़ दिया जाता है।
पिछली सुनवाई में कोर्ट में कंगना के वकील ने संजय राउत का भी जिक्र किया था। कंगना के वकील ने दलील दी थी कि कंगना ने सत्ता में बैठे लोगों के बारे में जो बातें कहीं वो उनको नागवार गुजरी इसलिए कंगना के ऑफिस पर इस तरह की कार्रवाई की गयी जबकि कंगना के ऑफिस पर किसी तरह का अवैध निर्माण नहीं था।