जिलाधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले एसडीएम निलंबित

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प्रतापगढ़, 25 सितंबर 2020। उत्तर प्रदेश में शीर्ष प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के मामले में तेजी सी आ गई है। जी हां प्रतापगढ़ के जिलाधिकारी के साथ ही दो एसडीएम पर गंभीर आरोप लगाकर एक अतिरिक्त एसडीएम अपनी पत्नी के साथ डीएम के सरकारी बंगले में धरने पर बैठे। आज एसडीएम विनीत कुमार उपाध्याय का धरना करीब चार घंटा बाद समाप्त हो गया। उनको डीएम से पट्टा आवंटन में घपले पर कार्रवाई का आश्वासन मिला है।

बता दें कि प्रतापगढ़ के साथ ही प्रयागराज मंडल तथा राजधानी लखनऊ में प्रतापगढ़ में अतिरिक्त एसडीएम के रूप में तैनात विनीत उपाध्याय के अपनी पत्नी के साथ डीएम के आवास में धरना पर बैठने की हडकंप मच गया। उनको मनाने के लिए प्रतापगढ़ का जिला प्रशासन काफी देर तक कोशिश करता रहा। डीएम डॉ. रूपेश कुमार के साथ एडीएम फाइनेंस तथा अन्य अधिकारी काफी देर तक उनकी नाराजगी का कारण जानने में लगे रहे। करीब चार घंटा के बाद एसडीएम विनीत उपाध्याय ने धरना समाप्त करते हुए उन्होंने डीएम और एडीएम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। इसके बाद प्रतापगढ़ के लालगंज में पट्टा आवंटन मामले में खेल कराने के मामले से खफा विनीत उपाध्याय को डीएम की तरफ से पूरे प्रकरण की जांच कराने का आश्वासन मिला।
उन्होनें आरोप लगाया कि उनके खिलाफ एक जांच में एडीएम (एफआर) ने गलत रिपोर्ट लगा दी।

जानकारी के अनुसार प्रतापगढ़ में लालगंज इलाके की जमीन पर विद्यालय होने की बात कहकर मान्यता ली गई, वहां विद्यालय न होकर दूसरी जगह संचालित हो रहा है। इस मामले की शिकायत आने के बाद एसडीएम अतिरिक्त विनीत उपाध्याय ने जांच की तो ये खुलासा हुआ। उन्होंने जांच रिपोर्ट बनाकर डीएम को फाइल भेज दी। लेकिन वह फाइल दबा दी गई। शासन को नहीं भेजी गई। जिससे नाराज पीसीएस अधिकारी धरने पर बैठे थे।

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