पाकिस्तानी हैकरों का भारतीय रक्षा वेबसाइटों पर हमला, बढ़ते तनाव के बीच साइबर वॉरफेयर

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समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली  5 मई 2025 : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, पाकिस्तान-समर्थित साइबर समूहों ने भारतीय रक्षा वेबसाइटों को निशाना बनाकर बड़ा साइबर हमला किया है। इससे सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है।

“पाकिस्तान साइबर फोर्स” नाम के ग्रुप ने मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज (MES) और मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (MP-IDSA) की वेबसाइटों से संवेदनशील डाटा चुराने का दावा किया है। इसके अलावा, आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड (AVNL) की वेबसाइट को भी हैक करने की कोशिश की गई, जिसके बाद वेबसाइट को सुरक्षा जांच के लिए ऑफलाइन कर दिया गया।

हैकरों ने X (पहले ट्विटर) पर 1,600 यूजर्स के 10 जीबी से अधिक डाटा तक पहुंचने का दावा किया और तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनमें AVNL वेबसाइट पर भारतीय टैंक की जगह पाकिस्तानी टैंक दिखाई दे रहा था। एक और पोस्ट में भारतीय रक्षा कर्मियों की सूची के साथ लिखा था: “हैक्ड। तुम्हारी सुरक्षा एक भ्रम है। MES डाटा हमारा।” रक्षा सूत्रों के अनुसार, साइबर सुरक्षा टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और किसी भी अतिरिक्त हमले को रोकने के लिए निगरानी बढ़ा दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम संभावित हमलों पर नजर रख रहे हैं और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के उपाय किए जा रहे हैं।” पहलगाम आतंकी हमले में 25 पर्यटकों और एक कश्मीरी की हत्या के बाद यह साइबर हमला हुआ है। लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी, द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

भारत ने इस हमले के जवाब में सिंधु जल संधि और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीज़ा सेवाओं को निलंबित कर दिया है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ बैठकों में कड़ी कार्रवाई के संकेत मिले हैं।

पाकिस्तान हमेशा की तरह हमलों में अपनी भूमिका से इनकार कर रहा है और भारत से सबूत मांग रहा है। साथ ही उसने चेतावनी दी है कि यदि सिंधु जल रोका गया, तो वह शिमला समझौते समेत सभी द्विपक्षीय समझौते रद्द कर देगा।

साइबर हमलों की इस नई कड़ी ने भारत-पाकिस्तान विवाद को अब डिजिटल मोर्चे पर भी पँहुचा  दिया है।

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