New India Co-operative Bank घोटाला: ₹122 करोड़ की धोखाधड़ी के आरोप में पूर्व GM हितेश मेहता गिरफ्तार

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,17 फरवरी।
मुंबई में New India Co-operative Bank में हुए ₹122 करोड़ के घोटाले को लेकर आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने पूर्व महाप्रबंधक (GM) हितेश मेहता को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने बैंक में कई वित्तीय अनियमितताएँ कीं और कर्ज मंजूरी में भारी घोटाला किया।

क्या है पूरा मामला?

New India Co-operative Bank में वित्तीय गड़बड़ियों की शिकायतें लंबे समय से आ रही थीं। जांच में खुलासा हुआ कि बैंक में नियमों को दरकिनार कर कई कंपनियों और व्यक्तियों को कर्ज दिया गया, जिससे बैंक को ₹122 करोड़ का नुकसान हुआ।

EOW के मुताबिक, हितेश मेहता बैंकिंग प्रक्रियाओं का उल्लंघन कर लोन अप्रूवल में अनियमितताएँ कर रहे थे। उन्होंने कुछ संदिग्ध कंपनियों को भारी भरकम कर्ज दिया, जो अब एनपीए (Non-Performing Asset) बन चुका है।

गिरफ्तारी और जांच की दिशा

आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने मंगलवार को हितेश मेहता को हिरासत में लिया और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि बैंक के अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है और इस मामले में और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं।

बैंक घोटाले पर बढ़ी चिंता

यह घोटाला सामने आने के बाद बैंक के खाताधारकों में भय और असंतोष का माहौल है। कई निवेशकों ने अपनी जमापूंजी को लेकर चिंता जताई है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और अन्य वित्तीय नियामक भी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं।

आगे क्या?

EOW अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह घोटाला सिर्फ हितेश मेहता तक सीमित था या बैंक के अन्य उच्च पदस्थ अधिकारियों की भी इसमें संलिप्तता थी। अगर और भी बड़े नाम सामने आते हैं, तो यह मामला और गंभीर हो सकता है।

सरकार और नियामक एजेंसियों से अब यह उम्मीद की जा रही है कि वे इस मामले की पूरी सच्चाई सामने लाएँ और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें ताकि निवेशकों का भरोसा बैंकिंग प्रणाली पर बना रहे।

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