प्रयागराज महाकुंभ में पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास द्वारा भव्य शोभायात्रा का आयोजन

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समग्र समाचार सेवा
प्रयागराज,14 जनवरी।
महाकुंभ के पावन अवसर पर पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास द्वारा भव्य भगवान की शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इस शोभायात्रा का शुभारंभ सेवा न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र, श्रीमती प्रमिला मिश्रा और संकल्प मिश्र ने वैदिक मंत्रोच्चारण एवं नवग्रह पूजा के साथ किया। इस आयोजन का उद्देश्य था “सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयः” की भावना के साथ समाज में सुख-शांति और समृद्धि का प्रसार करना।

तीर्थ क्षेत्र में पुण्य का महत्व

भीमकुंड धाम से पधारे श्री श्री 1008 स्वामी शंकरर्षणाचार्य जी महाराज ने अपने उद्बोधन में तीर्थ क्षेत्र में पुण्य कर्मों की विशेष महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “तीर्थ क्षेत्र में किया गया जप, तप, हवन और दान सामान्य स्थानों की अपेक्षा करोड़ों गुना पुण्य प्रदान करता है। यह स्थान आत्मिक शुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का सर्वोत्तम माध्यम है।”

भव्य शोभायात्रा का आयोजन

नवग्रह पूजा और वैदिक मंत्रोच्चारण के पश्चात भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इस शोभायात्रा में हजारों श्रद्धालु, विशेष रूप से माताएं और बहनें, सिर पर कलश लेकर संगम तट के विभिन्न मार्गों से होकर पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास शिविर तक पहुँचीं। शोभायात्रा के मार्ग में पुष्पवर्षा कर श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया गया।

धार्मिक अनुष्ठान और कथा का आयोजन

पं. गणेश प्रसाद मिश्र और श्रीमती शांति मिश्रा जी की पुण्य स्मृति में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा, श्रीराम कथा और माघ माहात्म्य कथा का आयोजन किया गया। इस आयोजन का संचालन प्रसिद्ध कथा वाचक पं. राहुल कृष्ण शास्त्री जी ने किया। उन्होंने अपने प्रवचनों में धर्म, भक्ति और समाज सेवा के महत्व पर प्रकाश डाला।

पं. राहुल कृष्ण शास्त्री जी ने बताया कि पूज्य दद्दा जी ने अपने पौत्र का नाम “संकल्प” रखा था और तभी से समाज सेवा एवं धार्मिक आयोजनों का संकल्प लिया गया था। उन्हीं के आशीर्वाद से यह अनवरत धार्मिक आयोजन संभव हो रहे हैं।

विशेष नक्षत्र का दुर्लभ संयोग

इस वर्ष का महाकुंभ विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 144 वर्षों में एक बार आने वाले विशेष नक्षत्र में आयोजित हो रहा है। यह संयोग इस आयोजन को और भी दिव्य और पुण्यकारी बना देता है।

श्रद्धालुओं के लिए भव्य व्यवस्था

महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं के लिए पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास द्वारा भव्य एवं दिव्य व्यवस्था की गई। श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन, पूजन और अन्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया। गंगा मैया के तट पर सामूहिक पूजन, हवन और आरती का आयोजन श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक अनुभव का केंद्र बना।

धार्मिक समर्पण और समाज सेवा का संदेश

डॉ. राकेश मिश्र ने कहा कि यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि समाज में धर्म, संस्कृति और सेवा भावना के प्रचार-प्रसार का माध्यम है। उन्होंने कहा, “सनातन धर्म की रक्षा और समाज में सद्भावना फैलाने का संकल्प हम सभी को लेना चाहिए।”

निष्कर्ष

प्रयागराज महाकुंभ में पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास द्वारा आयोजित भगवान की भव्य शोभायात्रा और धार्मिक आयोजनों ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और पुण्य लाभ का अवसर प्रदान किया। इस आयोजन ने सनातन संस्कृति, समाज सेवा और आध्यात्मिकता का सुंदर संदेश दिया। यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं के लिए पुण्य का अवसर था, बल्कि समाज में धर्म, सेवा और संस्कारों के पुनर्स्थापन का भी प्रेरक उदाहरण बना।

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