कृषि मंत्री जी,
कृषि मंत्री जी,
आपका हर क्षण कीमती है। देश का हर किसान आपकी ओर देख रहा है। मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि कृपया इन सवालों का जवाब दें:
सरकार ने किसानों से वादा किया था कि उनकी आय दोगुनी होगी। उन्हें उनकी फसलों का उचित मूल्य मिलेगा। नई तकनीक और संसाधनों के साथ खेती को लाभकारी बनाया जाएगा। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित किया जाएगा और मंडी व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा।
यह सवाल आज हर किसान के दिल में है। वादा किया गया था, लेकिन जमीन पर बदलाव नजर नहीं आ रहा।
गत वर्ष किसान आंदोलन ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस वर्ष फिर से वही स्थिति पैदा हो गई है। ऐसा लगता है कि वादे केवल कागजों तक सीमित रह गए हैं।
आज जब भारत दुनिया में अपनी बुलंदियों को छू रहा है, किसान अकेला क्यों महसूस कर रहा है? यह सोचने का विषय है।
कृषि मंत्री जी, यह समय केवल बातों का नहीं है, बल्कि ठोस कदम उठाने का है। अगर किसान मजबूत होगा, तभी देश मजबूत होगा। वादा निभाना आपका कर्तव्य है, क्योंकि यह किसान ही है जो हर देशवासी की थाली भरता है।
कृषि मंत्री जी, एक-एक पल आपका भारी है। किसानों की पीड़ा को समझिए और उनके लिए ऐसा भारत बनाइए जो न केवल विकसित हो, बल्कि हर किसान के चेहरे पर मुस्कान भी ला सके।