समग्र समाचार सेवा
सुल्तानपुर, 8 सितंबर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में 5 सितंबर को हुए पुलिस एनकाउंटर को लेकर राज्य की राजनीति में तीखी बहस छिड़ गई है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आमने-सामने आ गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को करारा जवाब देते हुए कहा है कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में गुंडों को बड़ा ओहदा मिलता था। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी सरकार के समय में जितना बड़ा गुंडा होता था, उसे उतना ही बड़ा पद प्राप्त होता था। योगी ने यह भी कहा कि वर्तमान में यदि कोई अपराधी मुठभेड़ में मारा जाता है, तो समाजवादी पार्टी को बुरा लग रहा है।
इस बीच, सुल्तानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश और कुंभे की एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जिला प्रशासन ने दिए हैं। एडीएम प्रशासन गौरव शुक्ला ने पुष्टि की कि उपजिलाधिकारी लंभुआ को जांच के लिए नामित किया गया है और रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
अखिलेश यादव ने इस एनकाउंटर को गलत बताते हुए जाति के आधार पर कार्रवाई का आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मुख्य आरोपी के सरेंडर के बाद भी लूट का माल वापस नहीं किया गया और सरकार को मुआवजा देना चाहिए। यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “नकली एनकाउंटर” समस्या का समाधान नहीं हो सकता और असली कानून-व्यवस्था की जरूरत है।