समग्र समाचार सेवा
पश्चिम बंगाल, 01 सितम्बर. पश्चिम बंगाल के मध्यमग्राम में नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़ की घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया है। उग्र भीड़ ने आरोपी के घर और रिश्तेदार की दुकान में तोड़फोड़ की। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
यह घटना पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की एक श्रृंखला का हिस्सा है, जिससे ममता बनर्जी की सरकार सवालों के घेरे में है। हाल ही में कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना ने सरकार को आलोचना का सामना कराया है, और विपक्ष ने ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है।
मध्यमग्राम में छेड़छाड़ की घटना के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने आरोपी के घर और उसके रिश्तेदार की दुकान पर हमला किया। पुलिस ने उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया और संदिग्ध को हिरासत में लिया। इस बीच, टीएमसी पंचायत सदस्य के घर पर भी हमला हुआ, आरोप है कि उनके पति ने मामले में अनुचित तरीके से मध्यस्थता करने की कोशिश की।
In West Bengal, the first day of September, 2024 starts with four reported cases of sexual assault:
1. Nurse molested in llambazar Swasthya Kendra in Birbhum. A man named Sheikh Abbasuddin forcefully groped her private parts, while she was on night duty. Mamata Banerjee, instead… pic.twitter.com/7SB6bkxdtl
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 1, 2024
भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ममता बनर्जी की सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हमला बोला। उन्होंने 1 सितंबर 2024 को दर्ज हुए यौन उत्पीड़न के मामलों का हवाला देते हुए सरकार की आलोचना की। मालवीय ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की सरकार ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं और फास्ट ट्रैक कोर्ट स्थापित करने की जरूरत पर बल दिया।
मालवीय ने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार पश्चिम बंगाल को महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्य बना रही है और मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।