समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29 जनवरी। शीर्ष सरकारी अधिकारी डॉक्टर राकेश कुमार वत्स के खिलाफ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को शिकायत मिली है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, उनकी एजुकेशन डिग्री पर सवाल उठाए गए हैं। खास बात है कि डॉक्टर वत्स को स्वास्थ्य मंत्रालय के सबसे शक्तिशाली अधिकारियों में से एक माना जाता है। अधिकारी के खिलाफ संसद में नियम 377 के तहत शिकायत दर्ज कराई गई है।
डिग्री की वास्तविकता पर उठाए गए सवाल
शिकायत में डॉक्टर वत्स की पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री की वास्तविकता पर सवाल उठाए गए हैं। वे मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) की जगह लेने वाली नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के पहले महासचिव थे। साल 2019 का यह बदलाव डॉक्टर वत्स की ही देखरेख में हुआ था। जून 2021 में उन्होंने एनएमसी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद पद पर 2003 बैच की आईएएस अधिकारी संध्या भुल्लर को नियुक्त किया गया था।
स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव का पदभार संभाल चुके वत्स
1986 बैच के आईएएस अधिकारी डॉक्टर वत्स स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव थे। इसके अलावा उनके पास खाद्य, दवाओं और चिकित्सा उपकरण से जुड़े विभागों का भी विशेष प्रभार था। वे मंत्रालय के वित्तीय सलाहकार भी थे। मामले के जानकार एक सरकारी अधिकारी ने बताया, ‘जांच जारी है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया जल्द इस मुद्दे पर बैठक करने जा रहे हैं।