समग्र समाचार सेवा
कोलकत्ता, 31मई। केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच जारी रस्साकसी के बाद बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय ने सोमवार को रिटायरमेंट ले लिया। 31 मई को ही उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा था, जो तीन महीनों के लिए बढ़ाया गया था। उन्हें केंद्र सरकार ने वापस बुला लिया था, लेकिन वे नहीं गए। अब ममता बनर्जी ने उन्हें अपना विशेष सलाहकार नियुक्त किया है।
नए आदेश के अनुसार, राज्य के मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत बंद्योपाध्याय 1 जून से तीन साल की अवधि के लिए नई भूमिका निभाएंगे। वहीं हरि कृष्ण द्विवेदी को पश्चिम बंगाल का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र किसी अधिकारी को राज्य सरकार की सहमति के बिना इसमें जॉइन करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, “हमारे मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय आज सेवानिवृत्त हुए। वह अगले तीन साल तक मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार बने रहेंगे।”
बता दें कि केंद्र ने एक आकस्मिक फैसले में 28 मई की रात को बंदोपाध्याय की सेवाएं मांगी थीं और राज्य सरकार को प्रदेश के शीर्ष नौकरशाह को तत्काल कार्यमुक्त करने को कहा था. केन्द्र ने बंदोपाध्याय को दिल्ली बुलाने का आदेश चक्रवाती तूफान ‘‘यास’’ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बैठक को मुख्यमंत्री द्वारा महज 15 मिनट में निपटाने से उत्पन्न विवाद के कुछ घंटों के बाद दिया।
इस मामलें को लेकर सीएम ममता बनर्जी पीएम मोदी को पत्र लिखकर केंद्र से अपने आदेश वापस लेने की अपील की थी।