समग्र समाचार सेवा
पटना, 25नवंबर।
बिहार विधानसभा स्पीकर चुनाव में एनडीए ने एक बार फिर महागठबंधन को मात दी है. स्पीकर पद के लिए हुए चुनाव में एनडीए की तरफ से भाजपा उम्मीदवार की जीत हुई है और विजय कुमार सिन्हा अब बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष होंगे. उन्होंने विरोधी दल महागठबंधन के अवध बिहारी चौधरी को हरा दिया है. विधानसभा के सदस्यों ने उन्हें अध्यक्ष के रूप में चुना है।
सदन के 126 सदस्य भाजपा के विजय सिन्हा के पक्ष में रहे. इससे पहले वाइस वोटिंग में भी विजय की जीत हुई. इसके बाद अब मत विभाजन से अध्यक्ष पद का चुनाव की प्रक्रिया की गई।
बता दें कि सदन में एमआईएम अध्यक्ष अख़तरुल ईमान का बयान आया कि अध्यक्ष पद का चुनाव सर्वसम्मति से हो. इसको जितन राम मांझी ने भी सराहा. लेकिन उन्होंने कहा कि इसका फ़ैसला सदन के माननीय लेंगे. इसके बाद चुनाव की प्रक्रिया की गई।
सदन में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए पर निशाना साधा. तेजस्वी ने कहा कि ये सरकार नैतिकता की बात क्यूं कर रही है. ये सरकार भी चोरी से आई है. इसके बाद मांझी ने तेजस्वी को बयान देने से रोक दिया. इसके बाद मांझी ने कहा कि अध्यक्ष पद का चुनाव हो. फिर मतदान की प्रक्रिया शुरू की गई. विपक्ष ने सदन में नीतीश कुमार की मौजूदगी का विरोध किया, जिसपर मांझी ने कहा कि उनकी उपस्थिति की गिनती नहीं हो रही है।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा के अध्यक्ष की कुर्सी तक जाने वाले विजय सिन्हा पहले बीजेपी विधायक हैं। विजय सिन्हा लखीसराय सीट से बीजेपी के विधायक हैं। लखीसराय सीट पर ये लगातार उनकी तीसरी जीत जीत है। 2015 में जब आरजेडी और जेडीयू गठबंधन में भी विजय सिन्हा का दबदबा लखीसराय में कायम रहा और उन्होंने बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज की। विजय सिन्हा का जन्म 5 जून, 1967 को हुआ था. बेगूसराय के सरकारी पॉलीटेक्निक कॉलेज से 1989 में सिविल इंजीनियरिंग से उन्होंने डिप्लोमा किया था।
पिछली नीतीश कुमार सरकार में विजय सिन्हा श्रम संसाधन मंत्री रहे हैं और भूमिहार जाति से आते हैं. साफ है कि उनको विधानसभा स्पीकर की जिम्मेदारी मिलने को सामाजिक समीकरण को संतुलित करता है। राज्य में प्रवक्ता के साथ ही संगठन में भी विजय सिन्हा कई स्तर पर काम कर चुके हैं।