बंगाल की धरती से मोदी की ललकार, 23 मई के बाद ममता दीदी हो जाएंगी बेजार

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अनामी शरण बबल

कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई दामोदर मोदी आज अभी पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में एक विशाल जनसभा जनसैलाब जनरैली को भीषण गर्मी में भी संबोधित किया।  उन्होंने कहा कि आपका ये चौकीदार  देश के चप्पे-चप्पे की सुरक्षा को लेकर सजग चौकन्ना और चौकस है। आज की परिस्थितियां बदल गई हैं। डर के कारण जो गांव सूने हो गए थे, वहां अब लोग लौटने लगे हैं। जिन गांवों में कभी लाल आतंक दिखता था, वहां अब दुधिया बल्ब की रोशनी पहुंच रही है।  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को संबोधित करते हुए कहा कि ममता दीदी लोकतंत्र ने ही आपको ये पद दिया है, मगर आपने पश्चिम बंगाल के लोगों को धोखा दिया हैं। 
पीएम मोदी ने कहा कि आज कोई भी जो खुद को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बता रहा है उनका एकमात्र एजेंडा है – मोदी को हटाना। जबकि भाजपा और एनडीए का इस मामले में  साफ़ साफ़ कहना है करप्शन हटाएंगे, मगर ये महामिलावटी कह रहे हैं मोदी को हटाओ। भाजपा कह रही है कि आतंकवाद और नक्सलवाद से देश को मुक्ति दिलानी है। लेकिन सता के लिए लालयित विपक्षी दल कह रहे हैं कि इसबार  मोदी को हटाना है। भाजपा कह रही है कि 2022 तक किसान की आय दोगुनी करेंगे। मगर महामिलावटी कह रहे हैं कि मोदी हटाओ। भाजपा कह रही है कि 2022 तक हर गरीब के पास अपना पक्का घर होगा। लेकिन महामिलावटी कहते हैं कि मोदी को हटाओ। भाजपा कह रही है कि मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से बचाना है, उसके खिलाफ कानून बनाना है। लेकिन ये लोग कह रहे हैं कि मोदी हटाओ देश बचाओ। 
: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक सुरक्षित देश में ही विकास की बातें की जा सकती है। आज हम सुरक्षा की बात करते हैं, शहीदों के सम्मान की बात करते हैं, राष्ट्रवाद की बात करते हैं तो ममता दीदी और सारे महामिलावटी दल के नेता भड़क जाते हैं। यहां पश्चिम बंगाल में तो इस बार दीदी सारी सीमाएं पार करने पर तुली हुई हैं। टीएमसी के गुंडे, लोगों को वोट डालने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं। भाजपा के नेताओं को प्रचार नहीं करने दे रहे। लेकिन यहां की जनता गांव गांव में मतदान केंद्र पर लंबी लंबी  कतार में पहुंच रही है।
 प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जनता की आंखों में एक ही सपना दिख रहा है। जनता के दिल में एक ही संकल्प है। और वो है – चुप -चाप कमल छाप, चुप-चाप कमल छाप। बूथ बूथ से टीएमसी साफ, बूथ बूथ से टीएमसी साफ।। दीदी आपकी जमीन खिसक चुकी है और देख लेना 23 मई को जब नतीजे आएंगे तो आपके विधायक भी आपको छोड़कर भाग जाएंगे। आज भी आपके 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं। दीदी ने घोषणा की है अब वो मुझे बंगाल की मिट्टी-पत्थरों से बना रसगुल्ला खिलाना चाहती हैं। वाह क्या सौभाग्य है मेरा। बंगाल की मिट्टी का रसगुल्ला मतलब, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, चैतन्य महाप्रभु, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे महापुरुषों की चरण रज का रसगुल्ला।
 प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महापुरुषों के पैरों की धूल, वो माटी जिन पर उनके पैर पड़े, वो माटी जिन्होंने देश को बनाने वाले ऐसे महान व्यक्तित्वों को बनाया, मुझे अब उस माटी का प्रसाद मिलेगा तो मेरा जीवन धन्य हो जाएगा। मैं कुछ गंभीर बात बताना चाहता हूं और पूरे देश को बताना चाहता हूं। भारत की राजनीति में आज तक चार प्रकार के दल और पॉलिटिकल कल्चर देखे गए हैं। पहला है नामपंथी, दूसरा वामपंथी, तीसरा दाम और दमन पंथी और चौथा है- विकास पंथी। और मेरा रास्ता विकास पंथी है। विकास और आगे की सोच ही देश को विकसित करने का है। आज़ पश्चिम बंगाल विकास प्रगति की परिभाषा भूल गयी है। अब यह आपलोगों को तय करना है कि  बंगाल की जनता समाज की मुख्यधारा में रहना है या ममता दीदी के आतंक में जीना मंजूर है। 

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