लोकसभा चुनाव में फायरब्रांड नेता प्रवीण तोगड़िया का उदय, किस किस को करेंगे बेनकाब पर सबकी दिलचस्पी

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अनामी शरण बबल

लोकसभा चुनाव का सूनापन खत्म होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई दामोदर मोदी और भाजपा के खिलाफ समस्त गठबंधन मिलकर भी जुबानी सामना नहीं कर पा रहा था। उसी कमी को दूर करने और सबों की जुबां बंद कर देने वाले हिंदू महानायक की तरह सर्वमान्य धाकड नेता प्रवीण तोगड़िया की लोकसभा महासमर में आगमन हो चुका है। चुनावी परिणाम पर तोगड़ियाजी क्या प्रभाव डालेंगे यह तो समय ही बताएगा, मगर बेधड़क तोप की तरह गर्जना करने वालें प्रवीण तोगड़िया के सामने प्रधानमंत्री से लेकर भाजपा सुप्रीमो अमित शाह की बोली मंद पड़ सकती है। प्रवीण तोगड़िया के आगमन से विपक्षी हौसलों को पंख लग सकता है। वहीं भाजपा के चेहरे पर भी चिंता की लकीरें उभरने लगेगी। 
विश्व हिन्दू परिषद के कभी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हिन्दुस्तान निर्माण दल के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया विहिप से हट या हटाए जा चुके हैं। इस विवाद में आज भी सस्पेंस बरकरार है कि वे किस कारण अलग हुए। जानकारों का कहना है कि ज्यादा प्रभावशाली होना उस समय के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को तोगड़िया का उदय रास नहीं आया था। जिसके चलते तोगड़िया को ठोक पटक कर तोडने और खामोश करने की चाल तय हुई। जिससे आहत होकर तोगड़िया को सारे पदों से मुक्त कर दिया गया। इसके बाद बंधन मुक्त होकर कईयों के प्रति तोगड़िया जी आग उगलने लगे। मगर सता के तेज के आगे न झुकने वाले तोगड़िया जी खास मौकों पर ही अब बोलते हैं। लोकसभा चुनाव में तोगड़िया ने अपना पहला निशाना या स्ट्रोक  प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी पर ही दागा है। उनके पांव साल के दौरान अयोध्या नहीं जाने पर करारा प्रहार किया है।उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या जाकर अपने हिंदू होने का सर्टिफिकेट देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आखिर बीते पांच सालों में किन वजहों से प्रधानमंत्री मोदी वहां नहीं गए। क्या उनको राम से डर लगता है। श्री तोगड़िया ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के कम से कम अयोध्या जाने की जहमत की सराहना की।
तोगड़िया ने कल मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में देर शाम कहा, कि बीजेपी के लिए राम मंदिर भी चुनावी मुद्दा, चायवाला भी चुनावी मुद्दा तथा चौकीदार भी चुनावी मुद्दा है। मुझे पूरा विश्वास है कि देश की जनता इनके चुनावी राष्ट्रवाद से भ्रमित नहीं होगी।’ उन्होंने कहा, ‘मोदी जी के कार्यकाल में एक हजार सैनिक मारे गए हैं। इस पर कोई बात नहीं की जाती है। इनका राष्ट्रवाद चुनावी है। भारत का हर नागरिक देशभक्त है। तोगड़िया ने कहा कि कश्मीर में सेना पर पत्थरबाजी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। हमारा मकसद है कि देश में सांस्कृतिक विकास के साथ ही खुशहाली के भी अवसर हों। दो से अधिक बच्चे पैदा करने पर प्रतिबंध लगाए जाए।मगर विवादित मुद्दों  पर बडी चालाकी से शांत रहकर मोदी मौके का लाभ उठा लेते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी से सावधान रहने और होने का समय आ गया है।

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