सूरत में युवाओं से जनसंवाद करते प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी

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अनामी शरण बबल

पीएम मोदी अभी गुजरात के सूरत में यूथ कनक्ले व को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंजने कहा कि आज देश में एक ऐसी सरकार बनी है जिसने सवा सौ करोड़ देशवासियों के सपने को जगा दिया है। हमारा यही सबसे बड़ा योगदान है कि आशा भरोसा से हमने देशवासियों को भर दिया। ये सब आपके वोट की बदौलत है। नौजवान देश का भविष्य है और आज उत्साह और उमंग से भरे हुए इन नौजवानों के बीच में मुझे भी एक नया जोश मिल रहा है। दुनिया में आज हिंदुस्तान का डंका बज रहा है। इसका एकमात्र कारण आपका वोट है, जो मुझे दिन रात जागकर कुछ करने की प्रेरणा देता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि न मेरा रोने में विश्वास है न रुलाने में विश्वास है, मुझे देश को आगे चलाने में विश्वास है और देश चल पड़ा है। हर कोई नए सपने लेकर निकल पड़ा है।
एकपीएम मोदी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारा सबसे बड़ा यही योगदान है कि हमने निराशा के गर्त में डूबे हिंदुस्तान को आशा व विश्वास से भर दिया है। यही ताकत देश को आगे ले जाएगी । जब हमारे आने से पहले रिमोट वाली सरकार के टाइम पर एक मानिसकता घर कर गई थी कि अब कुछ नहीं हो सकता। जो जैसे है वैसे ही रहेगा पर हमने आकर जोश भरा। एक वक्त में अखबारों में बस घोटालों की बात रहती थी पर आज वक्त  बदला या नहीं। आपको याद होगा कि उस सरकार के वक्त  26/ 11 हुआ था पर हमारे वक्त में उरी हुआ है। यही बदलाव है। 26/ 11 में कितना खून बहा था। उसके बाद भी खून बहता रहता था। ये बात इस प्रधानंत्री के दिल से भी वैसे ही नहीं जा रहा था जैसे जवानों के दिल से और तब हमने सर्जिकल स्ट्राइक किया। यही बदलाव है।

 जवान के खून की एक-एक बूंद खून पवित्र होती है। जो आग उस जवान के दिल में थी, वही आग इस प्रधानमंत्री के दिल में भी थी और उसी का परिणाम है सर्जिकल स्ट्राइक। पीएम मोदी ने कहा कि पहले कभी बिना किसी गारंटी के युवाओं को लोन नहीं मिलते थे पर हमने आकर मुद्रा योजना में लोन दिया। बलात्कार पहले भी होते थे। आज भी सुनने को मिलता है सर शर्म से झुक जाता है पर आज तीन दिन में फांसी और सात दिन में फांसी दी जा रही है। ये हमारा दुर्भाग्य है कि बलात्का्र की खबर तो सात दिन तक चलती है टीवी पर फांसी की खबर एक दिन चलाई जाती है। फांसी की खबर चलानी चाहिए ताकि लोगों को डर लगे।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि मैं सामान्य परिवार से आया हूं तभी इतनी बड़ी लड़ाई लड़ पा रहा हूं। मैं भी अगर बैग बैगेज लेकर आता तो मैं भी डरा रहता कि मेरा भी खुल जाएगा। मेरा जीवन खुली किताब रहा है। जो किया है सब जानते हैं, कभी विरोधियों ने भी उंगली नहीं उठाई है। इसीलिए मन में कोई डर नहीं है। मैं भी दूसरी सरकारों पर बात टाल कर छोड़ सकता था पर मेरी आत्मा  ने कहा कि नहीं मुझे कुछ करना चाहिए। अगर ऊपर सब ठीक हो गया तो नीचे सब कुछ अपने आप ठीक हो जाएगा। कभी किसी ने सोचा नहीं होगा कि चार चार पीढ़ियों तक राज करने वालों को एक चाय वाला चुनौती दे रहा है। आज वो जमानत पर हैं। ये कोर्ट के जितने चक्कर लगाने हैं लगा लें, एक दिन तो उन्हें  अंदर जाना ही पड़ेगा। जिन्हों ने देश का लूटा है उन्हें देश को लौटाना ही पड़ेगा। हमने कानून बनाए कि जो भागा है उसकी पाई पाई जब्त करेंगे। दुनिया में कहीं हो हम जब्त करेंगे। वो आज भागे फिर रहे हैं।
 जनसंवाद को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग हैं जिनको मेरा नाम भी पसंद नहीं चेहरा भी पसंद नहीं है, कुछ ऐसे हैं जिन्हें  मैंने खुद पैदा किया है। मैंने 3 लाख कंपनियां बंद करवा दी हैं। मैंने बिचौलियों की कमाई रोक दी है। उनकी दुकान बंद कर दी। अब जिनके जेब में हर साल 90 हजार करोड़ रूपया जाता था उसे मोदी ने बंद करा दिया तो वो लोग मोदी को कैसे पसंद करेंगे। नेगेटिविटी उनको मुबारक पर मुझे तो देश के लिए ये करना ही होगा। मुझे बिना डरे हिम्मत से काम करना ही होगा।
 उरी के बाद जो आग देश के जवान के दिल में थी, वही आग प्रधानमंत्री के दिल में थी : पीएम मोदी

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